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ईरान ने अमेरिका के परमाणु हमलों की कड़ी निंदा की

ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर किए गए हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए गंभीर परिणामों की चेतावनी दी। अराघची ने कहा कि ये हमले संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन हैं और ईरान आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र है। इस बयान के बाद, ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी इन हमलों की निंदा की।
 

ईरान की प्रतिक्रिया

ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने रविवार को अमेरिका द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं पर किए गए हमलों की तीखी आलोचना की और इसके गंभीर परिणामों की चेतावनी दी। अराघची ने इन हमलों को अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) का स्पष्ट उल्लंघन बताया।




एक्स पर अपने बयान में, उन्होंने अमेरिका पर 'शांतिपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों' को निशाना बनाकर आपराधिक कृत्य करने का आरोप लगाया।




ईरानी विदेश मंत्री ने एक पोस्ट में कहा, 'आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं और इसके अनंत परिणाम होंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य को इस बेहद खतरनाक, कानूनविहीन और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए।'


 


वैश्विक समुदाय को इस ओर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करते हुए, ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि वाशिंगटन द्वारा की गई ये 'खतरनाक और अवैध' कार्रवाइयां संयुक्त राष्ट्र के हर सदस्य को चौंकाने वाली होनी चाहिए। अराघची ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लेख करते हुए इस बात पर भी जोर दिया कि ईरान आत्मरक्षा के अपने अधिकार के तहत सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए स्वतंत्र है।




पोस्ट में आगे कहा गया, 'संयुक्त राष्ट्र चार्टर और इसके प्रावधानों के अनुसार, जो आत्मरक्षा में वैध प्रतिक्रिया की अनुमति देते हैं, ईरान अपनी संप्रभुता, हित और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प सुरक्षित रखता है।' विदेश मंत्री के पोस्ट के कुछ ही क्षण बाद, ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी रविवार को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हवाई हमलों की कड़ी निंदा की, और हमलों को अपनी संप्रभुता पर सीधा हमला बताया।