ईरान ने अमेरिका के हमलों के बाद बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर किया हमला
ईरान का जवाबी हमला
नई दिल्ली - अमेरिका द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने पुष्टि की है कि ईरान ने रविवार सुबह इजरायल पर 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इस हमले में लगभग 16 लोग घायल हुए हैं और कई इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। अमेरिका के तीन परमाणु ठिकानों पर हमलों के बाद, ईरान ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। ईरान का कहना है कि उसकी न्यूक्लियर साइट्स को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था (AEOI) ने रविवार को अमेरिकी हवाई हमलों के बाद देश के प्रमुख परमाणु ठिकानों पर किसी भी प्रकार के रेडिएशन लीक के खतरे से इनकार किया है। सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संस्था ने जनता को आश्वस्त किया है कि सुरक्षा जांच में किसी भी प्रकार के रेडिएशन का पता नहीं चला है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि देश का परमाणु कार्यक्रम, जिसे उन्होंने 'नेशनल इंडस्ट्री' कहा, इन हमलों के बावजूद जारी रहेगा। ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था ने इन हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि वे अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं। ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इन हमलों की निंदा करने और शांतिपूर्ण परमाणु विकास के अधिकार में ईरान का समर्थन करने की अपील की है।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी अमेरिका के सैन्य हमले की कड़ी निंदा की है। मंत्रालय ने कहा कि यह हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन है। ईरान ने चेतावनी दी है कि इस गंभीर अपराध के खतरनाक परिणामों की पूरी जिम्मेदारी अमेरिका की आक्रामक और गैरकानूनी सरकार पर होगी।