ईरान ने अमेरिका से परमाणु हमलों के मुआवजे की मांग की
ईरान ने हाल ही में अमेरिका द्वारा किए गए हमलों के बाद अपने परमाणु स्थलों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है। तेहरान ने स्वीकार किया है कि उसके प्रतिष्ठान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। ईरान के उप विदेश मंत्री ने अमेरिका से मुआवजे की मांग करते हुए संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को चेतावनी दी है कि यदि वह अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को फिर से शुरू करता है, तो उस पर एयरस्ट्राइक की जाएगी। इस मामले में और जानकारी के लिए पढ़ें पूरा लेख।
Jun 25, 2025, 19:51 IST
ईरान के परमाणु स्थलों को हुआ नुकसान
कुछ दिन पहले ईरान ने यह जानकारी दी थी कि अमेरिका द्वारा उसके परमाणु प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों के बाद रेडियोधर्मी संदूषण का कोई संकेत नहीं मिला है। लेकिन अब तेहरान ने स्वीकार किया है कि उसके परमाणु स्थल "बुरी तरह क्षतिग्रस्त" हो गए हैं और उसने वाशिंगटन से मुआवजे की मांग की है। 21 जून को अमेरिका ने 12-दिवसीय संघर्ष के दौरान ईरान पर हमलों में इज़राइल का सहयोग किया और फ़ोरडो, नतांज़ और इस्फ़हान में ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों पर बमबारी की। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने कहा कि अमेरिकी हमलों से उनके देश के परमाणु प्रतिष्ठानों को काफी नुकसान हुआ है।
ईरान की मुआवजे की मांग
अल जजीरा के अनुसार, बघेई ने कहा कि हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। लेबनानी समाचार एजेंसी को दिए एक साक्षात्कार में ईरान के उप विदेश मंत्री सईद खतीबजादेह ने अमेरिका से मुआवजे की मांग की और संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि वाशिंगटन ईरान की सुविधाओं को हुए नुकसान के लिए मुआवजा नहीं देता है, तो तेहरान इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाएगा। अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी उपग्रह चित्रों में नतांज और इस्फ़हान में ईरान की परमाणु सुविधाओं को गंभीर क्षति दिखाई गई है।
ट्रंप की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यदि ईरान अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को फिर से शुरू करने की कोशिश करता है, तो उस पर फिर से एयरस्ट्राइक की जाएगी। मीडिया ने ट्रंप से पूछा कि यदि ईरान यूरेनियम को समृद्ध करता है, तो क्या अमेरिका फिर से तेहरान पर हमला करेगा। इस पर ट्रंप ने कहा कि बिल्कुल, अभी वे किसी भी चीज को समृद्ध नहीं करना चाहते हैं। वे ठीक होना चाहते हैं। उनके पास बम नहीं होगा और वे समृद्ध नहीं होने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि ईरान के साथ हमारे संबंध कुछ हद तक ठीक हो जाएंगे।