ईरान पर यूएन के नए प्रतिबंध: आर्थिक संकट और कूटनीतिक तनाव
ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंध
ईरान पर यूएन प्रतिबंध: शनिवार को संयुक्त राष्ट्र ने 2015 के परमाणु समझौते के उल्लंघन के चलते ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए हैं। ई3 (ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी) ने 30 दिन पहले 'स्नैपबैक' प्रक्रिया शुरू की थी, जिसमें इन देशों का कहना है कि ईरान समझौते का पालन नहीं कर रहा है। हालांकि, ईरान ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
तेहरान ने यूएन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रति कड़ा रुख अपनाया है। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने स्थिति को सामान्य बताते हुए कहा कि यह कोई गंभीर संकट नहीं है। फिर भी, ईरान ने ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी से अपने राजदूतों को परामर्श के लिए वापस बुलाने का निर्णय लिया है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने ई3 देशों पर कूटनीति को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।
ईरान की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव
ईरान की बढ़ती आर्थिक समस्याएं
ईरान की अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट में है। 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा परमाणु समझौते से हटने के बाद से अमेरिका ने कड़े प्रतिबंध लगाए थे। नए प्रतिबंधों की आशंका के चलते ईरान की मुद्रा रियाल शनिवार को 1,123,000 प्रति अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। ये प्रतिबंध हथियारों, यूरेनियम संवर्धन, बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों और कई ईरानी व्यक्तियों की संपत्ति जब्त करने से संबंधित हैं। नए नियमों के अनुसार, हथियारों पर रोक, यूरेनियम संवर्धन और पुनर्प्रसंस्करण पर पाबंदी, बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों पर प्रतिबंध और कई ईरानी व्यक्तियों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके अलावा, दुनिया भर के देशों को प्रतिबंधित सामग्री जब्त करने का अधिकार होगा। ईरान को परमाणु सामग्री और तकनीक से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों से भी रोका जाएगा।
यूरोपीय देशों की कोशिशें विफल
यूरोपीय देशों की प्रयासों का नाकाम होना
यूरोपीय देशों ने तनाव कम करने के लिए प्रतिबंधों को छह महीने तक स्थगित करने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इसके लिए ईरान को संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निरीक्षकों को जांच की अनुमति देनी थी और यूरेनियम से जुड़ी चिंताओं का समाधान करना था। लेकिन ईरान ने इन शर्तों को स्वीकार नहीं किया। विदेश मंत्री अराक्ची ने यूरोपीय देशों पर बातचीत को विफल करने का आरोप लगाया। मध्य पूर्व में तनाव पहले से ही उच्च स्तर पर है, हाल ही में इजराइल और अमेरिका ने ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इन प्रतिबंधों को 'गैरकानूनी' बताया और संयुक्त राष्ट्र महासचिव को इसे मान्यता न देने की चेतावनी दी। हालांकि, यह देखना बाकी है कि इन प्रतिबंधों का ईरान पर क्या प्रभाव पड़ेगा।