ईरान में न्यायिक भवन पर आतंकवादी हमला, आठ की मौत
दक्षिण-पूर्वी ईरान के ज़ाहेदान में एक न्यायिक भवन पर हुए आतंकवादी हमले में कम से कम आठ लोगों की जान चली गई। इस हमले की जिम्मेदारी सुन्नी आतंकवादी समूह जैश अल-अदल ने ली है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमले में गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं। ईरानी अधिकारियों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने का प्रयास बताया है। जांच जारी है और सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
Jul 26, 2025, 15:37 IST
दक्षिण-पूर्वी ईरान में आतंकवादी हमला
दक्षिण-पूर्वी ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी ज़ाहेदान में एक गंभीर आतंकवादी घटना हुई, जब सशस्त्र आतंकवादियों ने एक न्यायिक भवन पर हमला किया। सरकारी मीडिया के अनुसार, इस हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए, जिनमें पांच नागरिक और तीन हमलावर शामिल हैं। सुन्नी आतंकवादी समूह जैश अल-अदल ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, जैसा कि अर्ध-सरकारी फ़ार्स समाचार एजेंसी ने बताया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अदालत के आसपास गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं, और यह भी संकेत मिले हैं कि हमले में एक आत्मघाती हमलावर शामिल हो सकता है।
हमले की विस्तृत जानकारी
समाचार पोर्टल मिज़ान ऑनलाइन के अनुसार, बंदूकधारियों ने न्यायपालिका परिसर के भीतर न्यायाधीशों के कक्षों पर धावा बोला। मेहर समाचार एजेंसी और ईरान की सरकारी समाचार सेवा इरना ने पुष्टि की है कि कम से कम 13 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मानवाधिकार संगठन HAALVSH ने बताया कि हमले के दौरान कई न्यायिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी मारे गए या घायल हुए। सुरक्षा बलों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी और हमलावरों को बेअसर करने में सफल रहे। अधिकारियों ने मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है।
सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत की स्थिति
ईरान की पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के साथ सीमा पर स्थित सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से जातीय, धार्मिक और राजनीतिक अशांति का केंद्र रहा है। यह क्षेत्र मुख्यतः सुन्नी मुस्लिम बलूच अल्पसंख्यकों का निवास है, जिन्होंने अक्सर आर्थिक और राजनीतिक हाशिए पर होने की शिकायत की है। जैश अल-अदल, जो ईरान में सुन्नी अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ने का दावा करता है, अतीत में कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। ईरानी अधिकारियों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने का प्रयास बताया है। जांच जारी है और क्षेत्र में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।