उत्तर प्रदेश की सीएम युवा योजना: स्वरोजगार की नई दिशा
सीएम युवा योजना का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार की सीएम युवा योजना अब केवल एक योजना नहीं रह गई है, बल्कि यह स्वरोजगार की एक नई क्रांति का प्रतीक बन चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, इस योजना के तहत सरकार योग्य और शिक्षित युवाओं को पहचानकर उन्हें 5 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है।
योजना का कार्यान्वयन
इस योजना के तहत, विशेष अभियान चलाकर हर जनपद में अधिकारियों की टीम विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में जाकर उन युवाओं की पहचान करेगी जो ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में हैं या पढ़ाई पूरी करने के बाद बेरोजगार हैं। इन युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त और बिना गारंटी का लोन दिया जाएगा, ताकि वे स्वरोजगार के माध्यम से दूसरों के लिए भी रोजगार उत्पन्न कर सकें।
योजना का उद्देश्य और लाभ
सीएम युवा योजना के नोडल अधिकारी, ज्वॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज सर्वेश्वर शुक्ला के अनुसार, इस योजना का मुख्य लक्ष्य सभी योग्य और शिक्षित युवाओं को जोड़ना है, ताकि वे अपना व्यवसाय स्थापित कर सकें और दूसरों को भी रोजगार दे सकें। सरकार चाहती है कि युवाओं को 'बेरोजगार' की स्थिति से 'स्वरोजगार' की ओर लाया जाए।
अभियान की शुरुआत
इस माह से सभी 75 जनपदों में अभियान शुरू किया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों में ऐसे युवाओं की तलाश की जाएगी जो अपने प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं। उन्हें बिना ब्याज और बिना गारंटी के 5 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। निर्यात भवन लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में अधिकारियों को सीएम युवा पोर्टल को अधिक उपयोगी और यूजर फ्रेंडली बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
योजना की प्रगति
सीएम युवा योजना अब नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं को नौकरी देने वाले उद्यमियों में बदल रही है। अब तक 53 हजार से अधिक युवाओं के ऋण आवेदनों को स्वीकृत किया गया है और 40 हजार को लोन वितरित किया गया है। इस योजना के तहत 2.5 लाख युवाओं ने आवेदन किया है, जिनमें से 1.10 लाख से अधिक आवेदनों को बैंकों को भेजा गया है।
युवाओं की भागीदारी
इस योजना में बड़ी संख्या में महिलाएं, ओबीसी, एससी और अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं ने भी रुचि दिखाई है। केक निर्माण, लॉन्ड्री, डिजिटल मार्केटिंग, इंटीरियर्स, मिनरल वाटर प्लांट, टैटू स्टूडियो और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन जैसे क्षेत्रों में ब्याज मुक्त ऋण के माध्यम से युवा उद्यमी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं।