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उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का विकास: नई योजनाएं और निर्माणाधीन परियोजनाएं

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का विकास तेजी से हो रहा है, जहां वर्तमान में 7 एक्सप्रेसवे कार्यरत हैं और 5 नए निर्माणाधीन हैं। इसके अलावा, 9 नए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना भी है। इन परियोजनाओं से राज्य में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 4374 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी, जिससे उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से आगे निकल जाएगा। जानें इन एक्सप्रेसवे की लंबाई और उनके महत्व के बारे में।
 

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का विस्तार


उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की स्थिति: राज्य में वर्तमान में 7 एक्सप्रेसवे कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, 5 नए एक्सप्रेसवे का निर्माण जारी है। इसके साथ ही, 9 नए एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव भी अंतिम चरण में है। इनमें चित्रकूट से रीवा तक का लिंक, मेरठ-हरिद्वार, लखनऊ लिंक, गोरखपुर से सिलीगुड़ी और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे शामिल हैं। इन परियोजनाओं पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।


एक्सप्रेसवे की संख्या में वृद्धि

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।

वर्तमान में, राज्य में 7 एक्सप्रेसवे कार्यरत हैं, जिनमें से एक मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे एनएचएआई द्वारा निर्मित है। इसके अलावा, 5 एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं, जिनमें से तीन यूपीडा और तीन एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे हैं। 9 नए एक्सप्रेसवे की योजना है, जिनमें से 7 यूपीडा और 2 एनएचएआई द्वारा बनाए जाएंगे। जब ये नए एक्सप्रेसवे बनकर तैयार होंगे, तो राज्य में कुल एक्सप्रेसवे की लंबाई 4374 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी। इस मामले में उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से काफी आगे निकल जाएगा।


संचालित एक्सप्रेसवे की जानकारी

उत्तर प्रदेश में वर्तमान में कार्यरत 7 एक्सप्रेसवे:

इनमें नोएडा से ग्रेटर नोएडा तक 24.53 किलोमीटर, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे 91 किलोमीटर, यमुना एक्सप्रेसवे 165 किलोमीटर, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 341 किलोमीटर, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 296 किलोमीटर और मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे 96 किलोमीटर लंबा है। इन सभी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1315.53 किलोमीटर है।


निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश में 5 निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे:

इनमें गंगा एक्सप्रेसवे सबसे लंबा है, जिसकी लंबाई 594 किलोमीटर है। अन्य निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे में चित्रकूट लिंक (15.20 किलोमीटर), दिल्ली-सहारनपुर (210 किलोमीटर), बलिया लिंक (114 किलोमीटर) और लखनऊ-कानपुर (63 किलोमीटर) शामिल हैं। इनकी कुल लंबाई 996.20 किलोमीटर है।


प्रस्तावित एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित नए एक्सप्रेसवे:

इनमें लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे (49.96 किलोमीटर), फर्रुखाबाद लिंक (90.84 किलोमीटर), जेवर लिंक (74.30 किलोमीटर), झांसी लिंक (118.90 किलोमीटर), विन्ध्य एक्सप्रेसवे (320 किलोमीटर), मेरठ-हरिद्वार लिंक (120 किलोमीटर) और चित्रकूट से रीवा लिंक (70 किलोमीटर) शामिल हैं। गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक का एक्सप्रेसवे 519 किलोमीटर लंबा होगा, जबकि गोरखपुर से शामली एक्सप्रेसवे सबसे लंबा होगा, जिसकी लंबाई 700 किलोमीटर है।