उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए नए सेवामार्ग का निर्माण
उत्तर प्रदेश की सड़कों का विकास
उत्तर प्रदेश समाचार : तेजी से विकसित हो रहे उत्तर प्रदेश में, राज्य सरकार ने सड़कों का उपयोग आवागमन में सुधार, औद्योगिक विकास और ग्रामीण सुविधाओं को सशक्त बनाने के लिए किया है। इस प्रक्रिया में, स्थानीय निवासियों और किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सेवामार्ग का निर्माण किया जा रहा है, जिससे उनकी दैनिक आवाजाही में कोई रुकावट न आए। मैनपुरी में एक सेवामार्ग लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे स्थापित किया जाएगा। यह 92 किलोमीटर लंबा राजमार्ग 30 किलोमीटर जिले से गुजरेगा। किसानों के लिए यह सेवामार्ग विशेष रूप से बनाया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। यूपीडा के वरिष्ठ भू-अर्जन अधिकारी नगेंद्र शर्मा ने बताया कि जैसे ही लैंड प्लान प्राप्त होगा, प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।
किसानों के लिए सेवामार्ग का निर्माण
किसानों के लिए लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे सेवामार्ग की सुविधा
किसानों को लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे सेवामार्ग की सुविधा मिलेगी। मध्य सिक्सलेन एक्सप्रेसवे का निर्माण जून में प्रारंभ होगा। 92 किलोमीटर लंबी सड़क का 30 किलोमीटर हिस्सा जिले से गुजरेगा। प्रदेश में राजमार्गों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने 92 किलोमीटर लंबी गंगा एक्सप्रेसवे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने का कार्य शुरू किया है। यह राजमार्ग जिले के 30 गांवों से होकर गुजरेगा।
किसानों की सेवा के लिए मार्ग का निर्माण
किसानों के लिए सेवामार्ग का निर्माण
प्राइवेट परामर्श सेवाएं आधुनिक सुविधाओं वाले लिंक एक्सप्रेसवे की आवश्यकताओं को पूरा कर रही हैं। किसानों के लिए राजमार्ग के किनारे एक सेवामार्ग बनाया जाएगा। इस सेवामार्ग से किसान आसानी से यात्रा कर सकेंगे। मैसर्स रेडिकान इंडिया सिसिलेन एक्सप्रेसवे की भूमि योजना बना रही है। जून में दोनों संस्थाएं धरातल पर जमीन का चिन्हीकरण करेंगी। कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भोगांव तहसील से जानकारी मांगी है।
90 किमी पर कट बनाने का प्रस्ताव
सिक्स लेन एक्सप्रेसवे का विस्तार
सिक्स लेन एक्सप्रेसवे को भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। जिले में गांव नेकामऊ के पास जीटी रोड पर कट बनाने का अनुमान है। यूपीडा के तकनीकी विभाग ने 92 किमी की दूरी पर पांच स्थानों पर कटौती की सिफारिश की है।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
भोगांव तहसील में भूमि अधिग्रहण
भोगांव तहसील के प्रेमपुर, सरायमद्दू, नेकामऊ, बहदीनपुर, हाजीपुर, बीलपुर हुसैनपुर, हरजापुर, मुड़ई, दुर्जनपुर, टोडरपुर, किशनी के शिवसिंहपुर, बहरामऊ, अहमलपुर, नगला पांडेय, बेवर ब्रांच, धमियापुर, बंसरमऊ, तरिहा, रठेह सहित अन्य गांवों की जमीन ली जाएगी।