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उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा का धर्मांतरण रैकेट: 500 करोड़ की फंडिंग का खुलासा

उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा और उनके बेटे महबूब के खिलाफ ATS ने चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 500 करोड़ रुपये की फंडिंग और धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है। जांच में 29 गवाहों के बयान शामिल हैं, जिनमें से कई पीड़िताएं हैं। यह मामला एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे असामाजिक गतिविधि करार दिया है।
 

धर्मांतरण रैकेट का मामला

Chhangur धार्मिक परिवर्तन मामला: उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने बलरामपुर में अवैध सामूहिक धर्मांतरण रैकेट के संदर्भ में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उनके बेटे महबूब के खिलाफ चार्जशीट पेश की है। ATS के अनुसार, इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में 1,000 से अधिक मुस्लिम पुरुषों को हिंदू लड़कियों को फंसाने और धर्मांतरण कराने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की।


500 करोड़ रुपये की फंडिंग का आरोप

500 करोड़ रुपये की फंडिंग का आरोप

ATS की जांच में यह बात सामने आई है कि छांगुर बाबा को मुस्लिम देशों से 500 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इस धन का उपयोग धर्मांतरण रैकेट को चलाने और गरीब, विधवा तथा कमजोर महिलाओं को निशाना बनाने में किया गया। जांच एजेंसी का दावा है कि यह नेटवर्क लंबे समय से प्रलोभन और धमकियों के माध्यम से धर्मांतरण करवा रहा था, जिसका उद्देश्य 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना था।


गवाहों और पीड़ितों के बयान

गवाहों और पीड़ितों के बयान अहम सबूत

चार्जशीट में 29 गवाहों के बयान शामिल हैं, जिनमें 10 पीड़िताएं भी हैं। इनमें से एक महिला ने महबूब और उसके सहयोगी नवीन रोहरा पर यौन शोषण और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दूसरी महिला ने बताया कि उसे साड़ी दिलाने के बहाने एक निजी कमरे में ले जाया गया, जहां उसके साथ दुर्व्यवहार हुआ और बाद में धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया।


विदेशी फंडिंग और जमीन खरीद का खुलासा

विदेशी फंडिंग और जमीन खरीद का खुलासा

जांच में नवीन रोहरा की भूमिका भी उजागर हुई है। दुबई में कारोबार छोड़ने के बाद, वह भारत में धर्मांतरण गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा था। ATS के अनुसार, नवीन रोहरा को विदेशी स्रोतों से लगभग 16.50 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसमें से 1.30 करोड़ रुपये छांगुर और महबूब को ट्रांसफर किए गए। इस धन का उपयोग बलरामपुर, बहराइच और आसपास के जिलों में जमीन खरीदने के लिए किया गया, जहां इस्लामिक दवा केंद्र और मदरसे खोलने की योजना थी।


संगठित नेटवर्क का हिस्सा बताया

संगठित नेटवर्क का हिस्सा बताया

ATS की चार्जशीट के अनुसार, ये घटनाएं अलग-अलग नहीं थीं, बल्कि एक सुनियोजित और संगठित नेटवर्क का हिस्सा थीं। इसमें वित्तीय प्रलोभन, मानसिक दबाव और धमकियों का उपयोग कर कमजोर लोगों को निशाना बनाया गया। चार्जशीट में 'हेट टूलकिट' का भी उल्लेख है, जिसमें हिंदू विरोधी स्क्रिप्ट प्रकाशित करने की योजना का खुलासा हुआ।


मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छांगुर बाबा की गतिविधियों को 'असामाजिक' और 'राष्ट्रविरोधी' करार दिया है। मामले की जांच ATS, ED और संभवतः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा की जा रही है। इस बीच, छांगुर बाबा ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि, 'मैं निर्दोष हूं। मुझे कुछ नहीं पता।'