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उत्तर प्रदेश में नया ग्रीनफील्ड हाईवे: गाजीपुर से चंदौली यात्रा होगी आसान

योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में गाजीपुर से चंदौली के बीच एक नया ग्रीनफील्ड हाईवे बनाने की योजना की घोषणा की है। यह हाईवे 41.54 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण में 3104 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना से यात्रा का समय कम होगा और लोग सीधे चंदौली से बिहार जा सकेंगे। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, जिससे स्थानीय किसानों को भी लाभ होगा। जानें इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में और क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी।
 

उत्तर प्रदेश में हाईवे निर्माण की नई पहल


उत्तर प्रदेश समाचार: योगी सरकार ने पूर्वांचल क्षेत्र में सड़कों को आधुनिक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भविष्य में यहां एक नया ग्रीनफील्ड हाईवे विकसित किया जाएगा, जो पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल देगा। इस परियोजना के तहत गाजीपुर से चंदौली की यात्रा आसान हो जाएगी। चंदौली से गाजीपुर के बीच एक नया मोटरवे का निर्माण किया जा रहा है, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। फोरलेन परियोजना के पूरा होने के बाद, गाजीपुर से चंदौली जाने वाले वाहन बनारस की ओर नहीं जाएंगे, बल्कि सीधे चंदौली से बिहार की दिशा में जा सकेंगे।


बिहार के लिए सीधा मार्ग

चंदौली से बिहार की ओर सीधा मार्ग

यह ग्रीनफील्ड हाईवे लगभग 40 से अधिक गांवों से होकर गुजरेगा। वर्तमान में, गाजीपुर से चंदौली तक की सड़क केवल 7 मीटर चौड़ी है, जिससे अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। गाजीपुर और चंदौली के बीच की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है। वर्तमान में, गाजीपुर से जमानिया तक की सड़क भी 7 मीटर चौड़ी है, जो सैयदराजा (चंदौली) तक जाती है। संकरी सड़क के कारण जाम की समस्या बनी रहती है। नई फोरलेन सड़क के निर्माण से गाजीपुर से चंदौली जाने वाले लोगों को बनारस की ओर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि वे सीधे चंदौली जा सकेंगे।


भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया

भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

गाजीपुर-चंदौली ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण एनएचआई द्वारा किया जाएगा। इस हाईवे को PM Speed Power Portal से भी मंजूरी मिल चुकी है। चंदौली से गाजीपुर तक की दूरी लगभग 41.54 किलोमीटर होगी, और इसके निर्माण पर 3104 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 1,684 करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण किया जाएगा। निर्माणाधीन फोरलेन परियोजना के दौरान, गाजीपुर से चंदौली जाने वाले वाहन बनारस नहीं जाएंगे, बल्कि सीधे चंदौली की ओर बढ़ेंगे। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी आरंभ होगी। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण कुमार कटियार ने बताया कि डीपीआर बनाने की अनुमति मिल गई है, जिससे जनता को इस परियोजना का लाभ जल्दी मिलेगा।


30 गांवों का लाभ

30 गांवों से होकर गुजरेगा हाईवे

41.54 किलोमीटर की इस परियोजना को 3,104 करोड़ रुपये में पूरा किया जाएगा, जिसमें से 1,684 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर खर्च होंगे। शेष धन भूमि अधिग्रहण में लगाया जाएगा, जिससे किसानों को उनकी भूमि का मुआवजा मिलेगा। इस मार्ग के लिए 260 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी, जो 30 से अधिक गांवों से होकर गुजरेगा। इससे इन किसानों को लाभ होगा। फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण के बाद, वाराणसी से गाजीपुर और चंदौली की यात्रा में आसानी होगी। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जाएगी।