उत्तर भारत में ठंड का बढ़ता प्रभाव: मौसम की ताजा जानकारी
उत्तर भारत में ठंड का असर
उत्तर भारत में ठंडी हवाएं तेज हो गई हैं, जिससे हरियाणा के कैथल समेत कई मैदानी क्षेत्रों में तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। शहर में अधिकतम तापमान लगभग 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जिससे सुबह और रात के समय लोगों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
ठंड बढ़ने के कारण
मौसम विभाग के अनुसार, हिमालयी राज्यों में हो रही बर्फबारी से उत्पन्न ठंडी हवाएं मैदानी क्षेत्रों में पहुंच रही हैं, जिसके कारण तापमान में यह गिरावट आई है। आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना है।
वातावरण में नमी और धुंध का प्रभाव
वातावरण में नमी बढ़ने से सुबह की दृश्यता कम हो सकती है। उत्तर और पश्चिम हरियाणा में हल्की धुंध देखने को मिल सकती है, जबकि दक्षिणी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम धुंध की संभावना है।
हालांकि, दिनभर धूप खिलने के बावजूद हवा में ठंड बनी हुई है, जिससे दैनिक कार्यों में असुविधा हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में 24 घंटे के भीतर 2 से 3 डिग्री की गिरावट आई है।
कृषि पर प्रभाव
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह ठंड गेहूं जैसी रबी फसलों के लिए फायदेमंद है। ठंडी हवा पौधों की वृद्धि को संतुलित करती है और दानों की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है। स्थानीय कृषि विभाग के अधिकारी बताते हैं कि यदि तापमान स्थिर रहा तो पैदावार में सुधार संभव है।
प्रदूषण स्तर में सुधार
ठंडी हवाओं के बीच वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन कैथल में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) करीब 149 रहा, जो सामान्य श्रेणी में आता है। विशेषज्ञ इसे हवा की दिशा और मौसम में बदलाव का सकारात्मक प्रभाव मानते हैं।
8 दिसंबर तक मौसम की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, 8 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। ठंडा दिन और रात बनी रहेगी, और शीतलहर के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विशेषज्ञ डा. रमेश चंद्र का कहना है कि 7 दिसंबर के आसपास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंशिक बादल छा सकते हैं, जिससे दिन के तापमान में हल्की कमी और रात के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी संभव है।
महत्व
यह मौसम परिवर्तन आबादी के स्वास्थ्य, फसल उत्पादन, दैनिक जीवन और यातायात पर असर डाल सकता है। इसलिए विशेषज्ञ लोगों को सुबह के समय यात्रा में सावधानी बरतने और गर्म कपड़ों का उपयोग करने की सलाह दे रहे हैं।