उत्तर भारत में बर्फबारी और कोहरे का मौसम: नई वर्ष की शुरुआत
उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का असर
उत्तर भारत के सभी राज्यों में घने कोहरे और ठंड का प्रभाव। पहाड़ी क्षेत्रों में हाल की बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड और कोहरे का असर बढ़ गया है। नए साल की शुरुआत भी घने कोहरे के साथ होने की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 1 जनवरी को उत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। यह बारिश न केवल फसलों के लिए, बल्कि दिल्ली में वायु प्रदूषण से जूझ रहे लोगों के लिए भी राहत का कारण बन सकती है.
हिमाचल, कश्मीर और उत्तराखंड में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश, कश्मीर और उत्तराखंड में ताजा बर्फबारी हुई है। इस बर्फबारी ने नए साल का जश्न मनाने के लिए पहाड़ों पर आए लाखों सैलानियों को खुश कर दिया है। हर साल, नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में लोग पहाड़ों की ओर रुख करते हैं, खासकर हिमाचल की ओर। हालाँकि, बर्फबारी के कारण सड़कें प्रभावित हो रही हैं। भारतीय मौसम विभाग ने नए साल की पूर्व संध्या पर विशेष चेतावनी जारी की है। आईएमडी के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 31 दिसंबर तक घना से बहुत घना कोहरा बना रहेगा, जो 1 जनवरी तक जारी रह सकता है।
मौसम का मिजाज
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश की संभावना है, जो नए साल तक जारी रह सकती है। हिमाचल के मनाली, शिमला और ऊपरी क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी ने सफेद चादर बिछा दी है, लेकिन ऊंचाई वाले रास्तों के बंद होने का खतरा है। उत्तराखंड में भी घना कोहरा और ठंड का प्रभाव है। पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में 31 दिसंबर से हल्की बारिश की संभावना है.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह ठंड और कोहरा जनवरी की शुरुआत तक बना रहेगा। नए साल का जश्न मनाने वालों से अपील की गई है कि यात्रा करते समय सावधानी बरतें, गर्म कपड़े पहनें और मास्क का उपयोग करें। पंजाब के बठिंडा और गुरदासपुर जैसे क्षेत्रों में तापमान 4-6 डिग्री तक गिर गया है, जिससे कोल्ड वेव की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7-9 डिग्री के आसपास है, लेकिन घने कोहरे और प्रदूषण ने सांस लेना मुश्किल कर दिया है.