उत्तर भारत में मानसून की सक्रियता: बाढ़ और भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति
उत्तर भारत में मानसून ने अपनी पूरी ताकत से दस्तक दी है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हाल के दिनों में लगातार मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वर्तमान में, राज्य के 39 जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 17 अगस्त को एक नई चेतावनी जारी की है, जिसमें प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही, आकाशीय बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि 22 अगस्त तक राज्य में मानसून की गतिविधियां तेज बनी रहेंगी। बंगाल की खाड़ी में बने ताज़ा सिस्टम के कारण नमी से भरी हवाएं पूर्वी भारत की ओर बढ़ रही हैं, जो उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा का कारण बन रही हैं।
पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक अच्छी बारिश की संभावना है। विभाग के अनुसार, अगले 5-6 दिनों में कई जिलों में मध्यम से तेज बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
मौसम के ताज़ा अनुमान के अनुसार, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत और बिजनौर जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना सबसे अधिक है। इसके अलावा, मुरादाबाद और रामपुर में भी जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियों के आसार बनते दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा (गौतम बुद्ध नगर), बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, आगरा, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं और ललितपुर जैसे क्षेत्रों में बिजली गिरने और तेज गर्जना के साथ बारिश होने की चेतावनी दी गई है।