उत्तर भारत में लॉरेंस बिश्नोई गैंग में बढ़ती दरारें और विवाद
गैंग में हलचल और विवाद
उत्तर भारत के अपराध क्षेत्र में हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। सोशल मीडिया पर आए हालिया पोस्ट ने यह सवाल उठाया है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई का गैंग अब टूटने की कगार पर है। लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के बीच बढ़ते मतभेदों की चर्चा जोरों पर है, साथ ही रोहित गोदारा की भूमिका को लेकर भी विवाद गहराता जा रहा है।बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित निवास पर हुई फायरिंग ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। जांच में पता चला है कि इस वारदात के पीछे गोल्डी बराड़ गैंग का हाथ था। आरोप है कि पाटनी की बहन ने एक धार्मिक गुरु की आलोचना की थी, जिसके चलते यह हमला हुआ।
इस घटना के बाद यूपी पुलिस ने गाजियाबाद में एक एनकाउंटर में दो अपराधियों को मार गिराया, जिसे पुलिस ने अपनी बड़ी सफलता बताया। लेकिन इसके बाद अपराध जगत में नई बहस छिड़ गई है।
रोहित गोदारा ने मारे गए शूटरों को ‘शहीद’ बताते हुए सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पोस्ट किया। उसने कहा कि उनके साथ जो हुआ, वह अन्याय है और जल्द ही इसका प्रतिशोध लिया जाएगा। उसने चेतावनी दी कि चाहे जिम्मेदार व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इस पोस्ट ने न केवल पुलिस की चिंता बढ़ाई है, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
लॉरेंस गैंग से जुड़े हरी बॉक्सर ने रोहित गोदारा की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए उसे गद्दार करार दिया और कहा कि वह केवल पैसों के लिए काम करता है। हरी ने यह भी दावा किया कि रोहित को गैंग से बाहर कर दिया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि दोनों पक्ष खुद को सनातन धर्म का रक्षक बताने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे विवाद को धार्मिक रंग देने की भी कोशिश की जा रही है।
गुजरात जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पहले ही सोशल मीडिया पर अपने विवादित बयानों और सलमान खान को दी गई धमकी के कारण चर्चा में रहा है। वह खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताता है और अब उसके गैंग में आंतरिक कलह ने नई समस्याएं खड़ी कर दी हैं।