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उत्तरकाशी में बाढ़ से धराली गांव की तबाही: ISRO की तस्वीरें बयां करती हैं दर्दनाक सचाई

उत्तरकाशी के धराली गांव में आई विनाशकारी बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। ISRO द्वारा जारी की गई तस्वीरें इस त्रासदी की गंभीरता को दर्शाती हैं। भारी बारिश के कारण आई इस बाढ़ ने गांव को मिट्टी में मिला दिया, जिससे कई लोग लापता हैं। भारतीय सेना राहत कार्य में जुटी हुई है, लेकिन स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

उत्तरकाशी में आई बाढ़ का कहर

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में प्रकृति ने अपना भयानक रूप दिखाया है। धराली गांव में आई आपदा ने व्यापक तबाही मचाई, जिससे पूरा गांव एक झटके में मिट्टी में मिल गया। इस घटना का एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। खराब मौसम और क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण बचाव कार्य में कठिनाई का सामना करना पड़ा। ISRO द्वारा जारी की गई तस्वीरें इस तबाही का स्पष्ट चित्रण करती हैं।


भारी बारिश से आई विनाशकारी बाढ़

5 अगस्त 2025 को धराली और हर्षिल गांवों में भारी बारिश के चलते विनाशकारी बाढ़ आई। अचानक आई बाढ़ ने मलबे के साथ बड़ी मात्रा में पानी नीचे लाया, जिससे घर, इमारतें, पुल और सड़कें बह गईं और कई लोगों की जानें चली गईं।


ISRO की तस्वीरों से बाढ़ का मंजर

ISRO ने बाढ़ के बाद और उससे पहले की तस्वीरें साझा की हैं, जो इस त्रासदी की गंभीरता को दर्शाती हैं। पहली तस्वीर में धराली के बीच से बहती नदी और उसके आस-पास बसे गांव, मकान और होटल दिखाई दे रहे थे। दूसरी तस्वीर में सब कुछ गायब है।


बचाव कार्य में जुटी भारतीय सेना


ISRO द्वारा साझा की गई दूसरी तस्वीर में केवल मलबा ही मलबा दिखाई दे रहा है। पहले की तस्वीर में दिख रही नदी का रूप भयावह हो चुका है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे यहां कभी कोई गांव था ही नहीं। ISRO ने बताया कि धराली गांव में इमारतें कीचड़ और मलबे में डूबी हुई हैं।


राहत कार्य की स्थिति

हालिया आंकड़ों के अनुसार, राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों ने अब तक केवल एक शव बरामद किया है। इस घटना में कुल 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 49 लोग लापता हैं। भारतीय सेना ने ध्वस्त मोबाइल नेटवर्क और संचार व्यवस्था को पुनर्स्थापित कर दिया है, जिससे लोग सेना की मदद से अपने परिजनों से संपर्क कर पा रहे हैं।