उत्तरकाशी में बादल फटने से श्रमिक लापता, राहत कार्य जारी
उत्तरकाशी में प्राकृतिक आपदा
देहरादून: उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में रविवार की सुबह बादल फटने की घटना हुई है, जिसके परिणामस्वरूप कई श्रमिक लापता हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव कार्य में जुट गई हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा की कामना की।
सीएम धामी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जनपद उत्तरकाशी की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन की दुःखद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना प्राप्त हुई है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य दल घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मैं संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।"
उत्तराखंड पुलिस ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की और यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रुकने की अपील की।
पुलिस ने लिखा, "यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड में भारी बारिश के कारण लेबर कैंप में लैंडस्लाइड हुआ है। 9 मजदूर लापता हैं, जबकि 10 को सुरक्षित निकाला गया है। इसके अलावा, हाईवे का 10-12 मीटर का हिस्सा बह गया है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस राहत कार्य में जुटे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रुकें।"
उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से लगभग 4-5 किमी आगे सिलाई बैंड के पास भूस्खलन के कारण 9 मजदूर लापता हैं। राहत एवं खोज-बचाव कार्य में पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व, एनएच बड़कोट और स्वास्थ्य विभाग की टीमें शामिल हैं। लेबर कैंप भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिसमें 19 श्रमिक थे, जिनमें से 10 को सुरक्षित निकाला गया है। लापता लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू कार्य जारी है।