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उत्तराखंड में आपदा राहत कार्य: सरकार ने उठाए महत्वपूर्ण कदम

उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल क्षेत्र में आई आपदा के बाद राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना, एनडीआरएफ, और पुलिस बल को तैनात किया गया है। 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, और स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंध भी किया गया है। जानें इस आपदा राहत अभियान की पूरी जानकारी।
 

आपदा के बाद राहत कार्यों की शुरुआत

उत्तराखंड सरकार ने उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल क्षेत्र में आई आपदा के बाद त्वरित कदम उठाए हैं। राहत प्रदान करने के लिए सभी एजेंसियां सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से मिलकर स्थिति का आकलन किया।


बचाव कार्य का आदेश

5 अगस्त 2025 को धराली-उत्तरकाशी और हर्षिल क्षेत्र में नुकसान की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री ने तिरूपति (आंध्र प्रदेश) से अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अग्निशामक विभाग के साथ मिलकर कार्य प्रारंभ किया।


राहत अभियान की प्रगति

मुख्यमंत्री ने आंध्र प्रदेश का दौरा स्थगित कर 5 अगस्त की शाम को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र देहरादून पहुंचकर राहत कार्यों की जानकारी ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और सहायता का आश्वासन दिया।


130 से अधिक लोगों का रेस्क्यू

5 अगस्त 2025 की शाम तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के लिए उचित भोजन और आवास की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। हर्षिल क्षेत्र में झील बनने की सूचना पर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को कार्रवाई के लिए कहा गया।


पुलिस बल की तैनाती

5 अगस्त को सरकार ने आयुक्त गढ़वाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया। उत्तरकाशी जिले में 300 पुलिसकर्मियों को भेजा गया, जिसमें 11 डिप्टी एसपी और दो आईजी शामिल थे।


आपदा राहत के लिए धनराशि जारी

5 अगस्त को राज्य आपदा मोचन निधि से 20 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई। विभिन्न विभागों के सचिवों को 6 अगस्त को धराली-हर्षिल पहुंचने के निर्देश दिए गए।


स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंध

केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों को उत्तरकाशी भेजा और घायलों के उपचार के लिए अस्पतालों में बेड आरक्षित किए। राहत शिविर भी स्थापित किए गए।


मुख्यमंत्री का निरीक्षण

6 अगस्त को मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और राहत कार्यों की समीक्षा की।


शटल सेवा की शुरुआत

7 अगस्त को मातली उत्तरकाशी से हर्षिल के बीच शटल सेवा शुरू की गई। रेस्क्यू अभियान के तहत प्रभावितों को हेलीकॉप्टर से लाने का कार्य प्रारंभ हुआ।


274 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

7 अगस्त को 274 लोगों को गंगोत्री और अन्य क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मुलाकात की और राहत राशि वितरित की।