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उत्तराखंड में जुलूस के बाद हिंसा: प्रशासन ने शुरू की सख्त कार्रवाई

उत्तराखंड के काशीपुर में रविवार रात बिना अनुमति निकाले गए जुलूस ने हिंसा का रूप ले लिया, जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू की। 'आई लव मोहम्मद' के नारों के साथ शुरू हुए इस जुलूस में पुलिस पर भी हमला हुआ। प्रशासन ने अब तक 200 से अधिक अवैध निर्माणों को हटाया है और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी सपा नेता नदीम अख्तर को जेल भेजा गया है। पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनात है और कार्रवाई जारी है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

उत्तराखंड में जुलूस के बाद उपद्रव

Uttarakhand News: रविवार की रात काशीपुर के अल्ली खां मोहल्ले में बिना अनुमति के निकाले गए जुलूस ने शहर में हड़कंप मचा दिया। 'आई लव मोहम्मद' के नारों के साथ शुरू हुआ यह जुलूस बाद में हिंसक घटनाओं में बदल गया, जिसमें पुलिस पर भी हमला हुआ। प्रशासन ने अब इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए नगर निगम और पुलिस के सहयोग से दोषियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, अब तक 200 से अधिक अवैध निर्माणों को हटाया जा चुका है और अराजक तत्वों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। कई आरोपी फरार हैं, जबकि मुख्य आरोपी सपा नेता नदीम अख्तर को जेल भेजा जा चुका है। पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और कार्रवाई लगातार जारी है।


बवाल की शुरुआत कैसे हुई?

रविवार रात अल्ली खां मोहल्ले में बिना अनुमति के एक जुलूस निकाला गया, जिसमें 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाए गए। इस जुलूस के बाद स्थिति बिगड़ गई और स्थानीय पुलिस पर हमला कर दिया गया। इसके बाद प्रशासन ने धारा 163 लागू कर इलाके में सख्त कार्रवाई शुरू की।


अज्ञात उपद्रवियों पर केस, कई गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद आरोपियों और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर अब तक 12 उपद्रवियों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी सपा नेता नदीम अख्तर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।


बुलडोजर कार्रवाई

जुलूस के बाद प्रशासनिक कार्रवाई में अब तक मोहल्ला अल्ली खां में 200 से अधिक अतिक्रमण हटाए जा चुके हैं। नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम आरोपियों के घरों के दस्तावेजों की जांच कर रही है। मंगलवार को ही 60 लोगों ने डर के मारे खुद अपने अवैध निर्माण गिरा दिए।


दहशत का माहौल

बवाल के बाद अल्ली खां, नई बस्ती और जसपुर खुर्द जैसे इलाकों से 100 से ज्यादा पुरुष फरार हो चुके हैं। उनके घरों में अब सिर्फ महिलाएं नजर आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार ये लोग रामपुर, मुरादाबाद और बिजनौर जैसे इलाकों में छुपे हुए हैं। पुलिस लगातार दबिश दे रही है।


वन विभाग की छापेमारी

बवाल के बीच वन विभाग ने भी मो. ताहिर और सारिक के टाल पर छापा मारकर 15 कुंटल अवैध खैर लकड़ी बरामद की है। एसडीओ जसपुर की अगुवाई में की गई इस छापेमारी में वन सुरक्षा दल और पुलिस टीम शामिल रही।


राशन कार्ड में फर्जीवाड़ा उजागर

क्षेत्रीय खाद्य निरीक्षक मलकीत सिंह के अनुसार अल्ली खां मोहल्ले में राशन कार्डों की जांच के दौरान 401 कार्ड सत्यापित किए गए, जिनमें से 83 अपात्र पाए गए। इन सभी कार्डों के निरस्तीकरण की संस्तुति की गई है।


अवैध कार्यों पर सख्ती जारी रहेगी

प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दस्तावेजों में गड़बड़ी पाए जाने पर बुलडोजर कार्रवाई और कानूनी सख्ती दोनों जारी रहेंगी।