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उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी, मतपत्रों के रंग तय

उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है, और राज्य चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए मतपत्रों के रंग निर्धारित किए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के लिए अलग-अलग रंगों का उपयोग किया जाएगा। दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं भी की गई हैं, जिससे वे बिना किसी परेशानी के मतदान कर सकें। कुल 66,418 पदों के लिए चुनाव होंगे, और राज्य भर में 8,276 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
 

उत्तराखंड पंचायत चुनाव की तैयारियां

उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले, राज्य चुनाव आयोग ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदाताओं की सुविधा के लिए, विभिन्न पदों के लिए मतपत्रों के रंग निर्धारित किए गए हैं, जिससे मतदान प्रक्रिया को सरल और व्यवस्थित बनाया जा सके। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत सदस्य के लिए सफेद, ग्राम प्रधान के लिए हरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए नीला और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग का मतपत्र होगा। इस रंग-कोडिंग से मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय आसानी होगी।
इसके अतिरिक्त, दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। जो मतदाता स्वयं चलने में असमर्थ हैं, उन्हें परिवार के किसी सदस्य की सहायता से मतदान केंद्र तक लाने और वापस घर पहुंचाने की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि दिव्यांग मतदाता बिना किसी परेशानी के मतदान में भाग ले सकें।
राज्य में कुल 66,418 पदों के लिए चुनाव होंगे, जिनमें ग्राम पंचायत सदस्य के 55,587, ग्राम प्रधान के 7,499, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,974 और जिला पंचायत सदस्य के 358 पद शामिल हैं। चुनाव के लिए कुल 8,276 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और अतिरिक्त 10,529 केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।
टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में सबसे अधिक 186 ग्राम पंचायतें हैं, जबकि ऊधमसिंह नगर के काशीपुर ब्लॉक में सबसे कम 34 ग्राम पंचायतें हैं। इसके अलावा, अल्मोड़ा के धौलीदेवी में 110, पौड़ी के थलीसैंण में 103, देहरादून के चकराता में 117, रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में 159, टिहरी के चंबा में 104 और उत्तरकाशी के डुंडा में 103 ग्राम पंचायतें हैं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य चुनाव आयोग ने व्यापक स्तर पर चुनाव की तैयारी कर ली है और सभी वर्गों के मतदाताओं के लिए सुविधाएं सुनिश्चित की हैं।