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उत्तराखंड में मानसून का कहर: बारिश का सिलसिला जारी

उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी है, जहां लगातार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। जानें अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान और सावधानियाँ।
 

उत्तराखंड में मानसून की स्थिति

उत्तराखंड मानसून अपडेट: मौसम का मिजाज कब बदल जाए, यह किसी को नहीं पता। उत्तराखंड की स्थिति को देखिए, सितंबर का अंत नजदीक है और मानसून का प्रभाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि आने वाले दिनों में भी बारिश जारी रहेगी, जिससे राज्य के निवासियों को और अधिक बारिश का सामना करना पड़ सकता है।


अगस्त की शुरुआत से ही उत्तराखंड में मानसून का प्रभाव काफी तेज रहा है। कई स्थानों पर कुछ घंटों में 60 मिलीमीटर से अधिक बारिश ने लोगों के लिए समस्याएं खड़ी कर दी हैं। सितंबर के अंत तक इस बारिश के थमने की संभावना कम है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान बताता है कि आने वाले दिनों में राज्य के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का असर देखने को मिलेगा।


अगले 6 दिनों का मौसम पूर्वानुमान

अगले 6 दिन का मौसम पूर्वानुमान


मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल बारिश का प्रभाव मैदानी और पहाड़ी दोनों क्षेत्रों में रहेगा। महीने के अंत तक मैदानों में बारिश थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन कई पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने से बारिश की संभावना और बढ़ गई है।


24 घंटे का अलर्ट

24 घंटे का अलर्ट


अगले 24 घंटों में देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, पिथौरागढ़ और नैनीताल में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, हालांकि कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना भी है।


21-22 सितंबर का अपडेट

21-22 सितंबर का अपडेट


21 और 22 सितंबर को पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। कुछ क्षेत्रों में राहत मिलेगी, लेकिन अधिकांश हिस्सों में रिमझिम से लेकर जोरदार बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।


23 से 25 सितंबर का हाल

23 से 25 सितंबर का हाल


मौसम विभाग के अनुसार, 23 से 25 सितंबर के बीच पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। वहीं, मैदानी क्षेत्रों को इस दौरान कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।


बरसात के बीच खतरे भी

बरसात के बीच खतरे भी


लगातार हो रही बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रा करने वालों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। नदियों और गदेरे के किनारे रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि हल्की बारिश भी खतरे का रूप ले सकती है।