उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली में केंद्र और राज्य सरकार पर किया तीखा हमला
उद्धव ठाकरे का जोरदार भाषण
उद्धव ठाकरे: मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली में शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया। एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को तोड़ने की लगातार कोशिशें की गई हैं, और जो लोग भाग गए हैं वे पीतल के हैं, जबकि जो मेरे साथ हैं वे सोने के समान हैं।
आरएसएस पर उठाए सवाल
आरएसएस पर सवाल उठाते हुए: ठाकरे ने कहा कि बीएमसी चुनाव से पहले बीजेपी फिर से हिंदुओं और मुसलमानों के बीच फूट डालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरएसएस से पूछा कि क्या वे आरएसएस के 100 वर्षों के प्रयासों से उत्पन्न जहरीले फलों (बीजेपी की ओर इशारा करते हुए) से संतुष्ट हैं।
जीएसटी पर केंद्र का हमला
जीएसटी पर टिप्पणी: केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि क्या आप जीएसटी में सुधारों का जश्न मना रहे हैं, क्या जीएसटी नेहरू ने लागू किया था?
सोनम वांगचुक का जिक्र
जलवायु कार्यकर्ता का उल्लेख: जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के बारे में बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने न्याय और अधिकारों की मांग के लिए आंदोलन शुरू किया था, लेकिन सरकार ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि यह एक फिल्म के दृश्य की तरह है, जहां पहले कीमतें तीन गुना बढ़ाई जाती हैं और फिर बाद में कम की जाती हैं। वर्तमान में भी ऐसा ही हो रहा है।
भाजपा की तुलना अमीबा से
भाजपा की आलोचना: ठाकरे ने भाजपा की तुलना अमीबा से की, जो शरीर में घुसकर दर्द पैदा करती है और समाज में प्रवेश कर शांति को भंग करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा और सुशासन के बीच कोई संबंध नहीं है।