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उन्नाव दुष्कर्म मामले में पीड़िता की न्याय की मांग जारी, राहुल गांधी से मुलाकात

उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता ने राहुल गांधी से मुलाकात की और न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी रखा है। दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा कुलदीप सेंगर की सजा निलंबित करने के बाद, पीड़िता और उनकी मां ने सुरक्षा बलों के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। जानें इस संवेदनशील मामले में क्या हो रहा है और पीड़िता की न्याय की लड़ाई का क्या है हाल।
 

नई दिल्ली में न्याय की पुकार


नई दिल्ली: उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता एक बार फिर न्याय की मांग को लेकर चर्चा में हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा को निलंबित करने के बाद, पीड़िता और उनकी मां लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।


राहुल गांधी से मुलाकात

इस विरोध के बीच, पीड़िता और उनकी मां ने बुधवार शाम को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। यह भेंट सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई। राहुल गांधी हाल ही में जर्मनी से लौटे थे और उसी दिन उन्होंने पीड़िता की समस्याओं को सुना। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान पीड़िता ने अपनी पीड़ा साझा की और न्याय प्रक्रिया के प्रति अपनी चिंताओं को व्यक्त किया।


सुरक्षा बलों के व्यवहार पर उठे सवाल

इस मुलाकात से पहले, एक विवाद उत्पन्न हुआ जब केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों ने पीड़िता और उनकी मां को मीडिया से बात करने से रोका। आरोप है कि बुजुर्ग मां को चलती बस से उतरने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं और सुरक्षा बलों के व्यवहार पर गंभीर सवाल उठाए गए।


कुलदीप सेंगर को मिली राहत का विरोध

पीड़िता और उनकी मां दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं, जिसमें कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा को अपील लंबित रहने तक निलंबित किया गया है। सेंगर ने अपनी सजा और दोषसिद्धि को अदालत में चुनौती दी है। कोर्ट के आदेश के बाद वह फिलहाल जेल से बाहर रहेंगे, जिसे पीड़िता पक्ष न्याय के खिलाफ मानता है।


प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा

राहुल गांधी से मुलाकात के बाद, पीड़िता ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से भी मिलना चाहती हैं। उनका कहना है कि उनकी लड़ाई किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि न्याय के लिए है। पीड़िता का मानना है कि देश के शीर्ष नेतृत्व को उनकी स्थिति को समझना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी और पीड़ित को इस तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।


न्याय की लंबी लड़ाई

उन्नाव रेप केस 2017 का है, जिसने देशभर में आक्रोश पैदा किया था। 2019 में कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। अब सजा निलंबन के बाद, पीड़िता एक बार फिर असुरक्षा और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही हैं। उनकी यह लड़ाई न केवल व्यक्तिगत न्याय की है, बल्कि व्यवस्था पर भरोसे की भी परीक्षा बन चुकी है।