उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: NDA और विपक्ष के बीच कड़ी टक्कर
उपराष्ट्रपति चुनाव की सियासी हलचल
उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: देश में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। एनडीए द्वारा नामित उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को विपक्षी इंडिया गठबंधन ने चुनौती देने का दावा किया है। विपक्ष ने बी. सुदर्शन रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारा है। मतदान 9 सितंबर, मंगलवार को होगा। यह चुनाव केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों और विपक्षी एकता की ताकत को भी प्रदर्शित करेगा। हालांकि, एनडीए उम्मीदवार की जीत की संभावना अधिक मानी जा रही है, लेकिन विपक्ष भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का दावा कर रहा है।
विपक्ष के नेताओं की तैयारियाँ
समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने उपराष्ट्रपति चुनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं और इस चुनाव में सपा की ताकत सबको दिखेगी। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का धन्यवाद किया, जिन्होंने एक उपयुक्त उम्मीदवार का समर्थन करने का निर्णय लिया है।
डीएमके सांसद का बयान
डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि इसे बिना चुनौती के नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे एनडीए का उम्मीदवार कोई भी हो।
संजय राउत का दृष्टिकोण
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसदों को वोट डालना होता है, जो एक कठिन प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री भी मॉक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यह चुनाव संविधान की रक्षा और लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
कांग्रेस सांसद का बयान
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी को बताना चाहिए कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को अपमानजनक तरीके से क्यों हटाया गया। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव अंतरात्मा की आवाज पर होगा।
CPI महासचिव का समर्थन
सीपीआई महासचिव डी. राजा ने जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को समर्थन देते हुए कहा कि वे इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि जस्टिस रेड्डी संविधान के प्रति समर्पण और नैतिकता के लिए जाने जाते हैं।