उपराष्ट्रपति चुनाव: सुदर्शन रेड्डी ने सांसदों से मांगा समर्थन
उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियाँ
उपराष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं, और एनडीए तथा इंडिया गठबंधन इस दिशा में सक्रिय हैं। इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी ने अपने पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका समर्थन उन मूल्यों के लिए चाहिए जो हमें एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा को राष्ट्रीय हितों को दलगत चिंताओं से ऊपर रखना चाहिए।
उपराष्ट्रपति चुनाव में व्हिप का महत्व
यह जानना महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चुनावों में कोई राजनीतिक पार्टी व्हिप जारी नहीं कर सकती। इस संदर्भ में, उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रेड्डी ने सांसदों को याद दिलाया कि व्हिप का पालन न करने पर वे दूसरे उम्मीदवार को वोट देने से बचें।
लोकतंत्र का आधार सहयोग
रेड्डी ने विपक्ष के सांसदों से कहा कि लोकतंत्र का विकास सहयोग से होता है, न कि टकराव से। उन्होंने अपनी ताकत को सुनने, मध्यस्थता करने और आम सहमति बनाने में बताया। सांसदों से उन्होंने कहा कि उनका वोट भारत की भावना के लिए होगा।
व्हिप की परिभाषा
व्हिप एक राजनीतिक शब्द है, जो एक प्रकार का आदेश होता है। जब किसी राजनीतिक पार्टी को संसद में कोई निर्णय लेना होता है, तो वह व्हिप जारी करती है। व्हिप जारी होने के बाद, पार्टी के सदस्यों को पार्टी लाइन के अनुसार मतदान करना होता है। यदि कोई सदस्य पार्टी लाइन के खिलाफ जाता है, तो इसे अनुशासनहीनता माना जाता है और उस पर कार्रवाई की जा सकती है।