उपायुक्त ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के निर्देश दिए
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उपायुक्त का निर्देश
चरखी दादरी में उपायुक्त डा. मुनीश नागपाल ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि जिले में ओवरलोड वाहनों पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरटीए कार्यालय द्वारा चालान किए जाएं। इसके अलावा, ओवरलोड वाहनों की चेकिंग 24 घंटे सुनिश्चित की जाए। विभिन्न स्थानों पर टीम बनाकर कार्रवाई की जाए और केवल आदेशों तक सीमित न रहें। उन्होंने कहा कि कार्रवाई की रिपोर्ट दैनिक आधार पर उपायुक्त कार्यालय को भेजी जानी चाहिए।
दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान
उपायुक्त ने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान करने और आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं की संख्या और उससे होने वाली मृत्यु दर को कम करना है। सड़क सुरक्षा के लिए तकनीकी उपायों के साथ-साथ जन जागरूकता भी आवश्यक है।
पुलिस विभाग को चालान प्रक्रिया के साथ-साथ आम जनता को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। नियमों की जानकारी और पालन से दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। पुलिस विभाग को ओवरस्पीडिंग के मामलों को रोकने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए।
उपायुक्त ने ड्रंक एंड ड्राइव के मामलों में पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश दिए और दोषी व्यक्तियों का लाइसेंस निलंबित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी टी-प्वाइंट और यू-टर्न पर पेड़ों और झाड़ियों की छटाई समय पर की जानी चाहिए ताकि दृश्यता स्पष्ट रहे।
सर्दियों से पहले रिफ्लेक्टर और पट्टियां लगाना
उपायुक्त ने कहा कि सर्दियों का मौसम आने वाला है, इसलिए सभी प्रमुख सड़कों पर उचित रिफ्लेक्टर और पट्टियां लगाई जानी चाहिए ताकि कोहरे और कम दृश्यता के दौरान सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि समिति की बैठकों में पूर्व में शामिल किए गए एजेंडा बिंदुओं पर सुधारात्मक कार्यों की रिपोर्ट समय पर भेजी जाए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा, एसडीएम योगेश सैनी, आरटीए मनो कुमार और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।