एयर इंडिया विमान हादसे के बाद टाटा समूह ने पीड़ित परिवारों के लिए की सहायता की घोषणा
एयर इंडिया की संवेदनाएं और सहायता
हाल ही में अहमदाबाद में हुए एक भयानक एयर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद, एयरलाइन ने मृतकों के परिवारों और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। एयर इंडिया ने बताया कि इस कठिन समय में उनकी ज़मीनी टीमें लगातार पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए काम कर रही हैं। इसी संदर्भ में, एयर इंडिया ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता देने का निर्णय लिया है।
अर्थिक सहायता का विवरण
यह राहत राशि टाटा संस द्वारा पहले से घोषित 1 करोड़ रुपये के अनुदान के अतिरिक्त है। यह आर्थिक सहायता उन परिवारों की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रदान की जा रही है, जो इस दुखद घटना का शिकार हुए हैं।
सीईओ का भावुक संदेश
सीईओ ने साझा किया भावुक संदेश
एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन ने एक वीडियो संदेश में इस दुखद घटना पर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, “हम इस त्रासदी से अत्यंत दुखी हैं। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति हमारी पूरी सहानुभूति है। एयर इंडिया हर संभव मदद के लिए उनके साथ खड़ी है।”
उन्होंने यह भी बताया कि पीड़ितों को दी जा रही अंतरिम राशि जल्द ही उनके परिवारों तक पहुँचाई जाएगी ताकि वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
IMA की विशेष सहायता की मांग
IMA ने की विशेष सहायता की मांग
इस विमान दुर्घटना में बीजे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद के कई छात्र और डॉक्टर भी शामिल थे। इसको ध्यान में रखते हुए, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने टाटा संस से एक अपील की है। इसमें विशेष रूप से मृत और घायल मेडिकल छात्रों के परिवारों के लिए अलग से वित्तीय सहायता की मांग की गई है।
टाटा समूह के चेयरमैन को पत्र
टाटा समूह के चेयरमैन को भेजा गया पत्र
IMA ने टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को एक भावनात्मक पत्र लिखा है, जिसमें इस हादसे से उत्पन्न दर्द और चिकित्सा समुदाय पर पड़े प्रभाव को रेखांकित किया गया है। पत्र में उल्लेख किया गया है, “मृतकों के परिजन जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, वह शब्दों से परे है।”
IMA ने अनुरोध किया है कि जैसे अन्य पीड़ितों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया जा रहा है, उसी प्रकार मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के परिवारों को भी समान सहायता प्रदान की जाए।
IMA ने यह भी कहा कि ऐसा कदम टाटा समूह की चिकित्सा समुदाय के प्रति सच्ची संवेदनशीलता को दर्शाएगा और इस कठिन समय में एकजुटता का प्रतीक बनेगा। उन्होंने यह अपील की कि इससे पीड़ित परिवारों को मानसिक और सामाजिक संबल मिलेगा।