ओडिशा में नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार: चार आरोपियों की गिरफ्तारी से गुस्सा भड़का
ओडिशा में दिल दहला देने वाली घटना
ओडिशा के मल्कानगिरी जिले से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक नाबालिग लड़की के साथ चार व्यक्तियों ने दो अलग-अलग स्थानों पर सामूहिक बलात्कार किया। इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और सभी चार आरोपियों को केवल छह घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
जन्मदिन पार्टी से लौटते समय अपहरण
यह घटना रविवार शाम की है, जब नाबालिग लड़की अपनी सहेली की जन्मदिन पार्टी से लौट रही थी। तभी तीन व्यक्तियों ने उसे जबरन अगवा कर लिया और शहर से लगभग 10 से 15 किलोमीटर दूर एक सुनसान स्थान पर ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इस दौरान लड़की को मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी गईं।
ट्रक ड्राइवर भी निकला दरिंदा
पहली घटना के बाद, लड़की किसी तरह वहां से भाग निकली और मदद के लिए एक ट्रक ड्राइवर से संपर्क किया। लेकिन वह ड्राइवर भी दरिंदा निकला। उसने भी लड़की की स्थिति का फायदा उठाया और उसके साथ बलात्कार किया। कुछ स्थानीय लोगों ने ट्रक ड्राइवर की हरकतों को देखकर संदेह जताया और पुलिस को सूचित किया। उनके हस्तक्षेप से पीड़िता की जान बच गई और वह पुलिस की सुरक्षा में आ गई।
पुलिस की तत्परता से आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक विनोद पाटिल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही दो केस दर्ज किए गए—एक ट्रक ड्राइवर के खिलाफ और दूसरा तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ। जांच में तेजी लाते हुए पुलिस ने सभी आरोपियों को छह घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि मामले की पेशेवर जांच की जाएगी और जल्द से जल्द चार्जशीट फाइल कर दी जाएगी ताकि पीड़िता को समय पर न्याय मिल सके। इस घिनौनी घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं और विशेष रूप से नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना से ओडिशा में आक्रोश की लहर
इस दर्दनाक घटना ने पूरे ओडिशा में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। सामाजिक संगठन, अधिकार कार्यकर्ता और स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला महिलाओं और बच्चों, विशेष रूप से नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है।
इस घटना का एक बड़ा सबक यह है कि समाज, प्रशासन और कानून तीनों को मिलकर ऐसे जघन्य अपराधों की रोकथाम और अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के लिए तत्पर और जागरूक रहना आवश्यक है।