कंबोडिया में साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 3000 गिरफ्तार
कंबोडिया पुलिस की कार्रवाई
नई दिल्ली। कंबोडिया की पुलिस ने हाल ही में तीन हजार से अधिक साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में भारत समेत 17 देशों के नागरिक शामिल थे, जिन्हें जबरन ठगी के लिए मजबूर किया गया था।
कंबोडिया में साइबर अपराध के खिलाफ यह व्यापक अभियान 27 जून से 22 जुलाई 2025 के बीच चलाया गया, जिसमें 3,075 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह ऑपरेशन 138 स्थानों पर किया गया और इसमें 105 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। यह कार्रवाई भारतीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के अनुरोध पर कंबोडिया सरकार द्वारा की गई।
कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेत के आदेश पर यह अभियान शुरू हुआ, जिन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। यह अभियान कंबोडिया के नेशनल एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कमीशन की पहली बैठक के बाद तेज हुआ।
रिपोर्टों के अनुसार, गिरफ्तार ठग फर्जी नौकरी के प्रस्तावों के जरिए लोगों को आकर्षित करते थे और फिर उन्हें बंधक बनाकर कॉल सेंटरों से साइबर ठगी करवाते थे। इसमें क्रिप्टो स्कैम, निवेश धोखाधड़ी, प्रेम जालसाजी और पुलिस बनकर ठगी करने जैसी गतिविधियां शामिल थीं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, कंबोडिया में इस प्रकार के 100,000 से अधिक लोग इस नेटवर्क के जाल में फंसे हुए हैं।
गिरफ्तार लोगों की राष्ट्रीयता
गिरफ्तार व्यक्तियों में सबसे अधिक चीनी (1,028), वियतनामी (693), इंडोनेशियाई (366), भारतीय (105), बांग्लादेशी (101), थाई (82), पाकिस्तानी (81), कोरियाई (57), नेपाली (13) और मलेशियाई (4) शामिल हैं। इसके अलावा, फिलीपींस, लाओस, रूस, नाइजीरिया, कैमरून, युगांडा, सिएरा लियोन, मंगोलिया और म्यांमार के नागरिक भी पकड़े गए। पुलिस ने डिजिटल उपकरणों के साथ-साथ हथियार, गोलियां, ड्रग्स बनाने के उपकरण और फर्जी पुलिस की वर्दियां भी जब्त की हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है, जहां फ्नोम पेन्ह में 11 आरोपियों को प्रस्तुत किया गया, जिनमें से आठ को अस्थायी हिरासत में रखा गया। 17 चीनी नागरिकों को प्रत्यर्पण केंद्र में भेजा गया है। भारत सरकार और विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए कदम उठा रहे हैं। ठिकानों को सील कर पुनः प्रवेश या सबूत नष्ट करने से रोका गया है।