×

कनाडा में भारतीय नागरिकों का निर्वासन: रिकॉर्ड स्तर पर वृद्धि

कनाडा में भारतीय नागरिकों का निर्वासन अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जो 2024 के आंकड़ों को पार कर चुका है। कैनेडियन बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी के अनुसार, 1,891 भारतीयों को 2025 में निर्वासित किया गया है। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने विदेशी अपराधियों के निर्वासन पर जोर देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, पील रीजनल पुलिस ने मेल चोरी के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें कई आरोपी विदेशी नागरिक शामिल हैं। इस लेख में जानें इस मुद्दे की गहराई और सरकार की कार्रवाई के बारे में।
 

कनाडा से भारतीयों का निर्वासन


कनाडा में भारतीयों का निर्वासन: कनाडा से भारतीय नागरिकों का जबरन निर्वासन अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जो 2024 के आंकड़ों को पार कर चुका है। कैनेडियन बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) के अनुसार, 28 जुलाई 2025 तक 1,891 भारतीयों को देश से बाहर किया गया, जो पिछले वर्ष के कुल 1,997 से थोड़ा कम है, लेकिन वर्ष के अंत तक इसे पार करने की संभावना है। 2019 में यह संख्या केवल 625 थी, जो अब तीन गुना से अधिक हो चुकी है। मेक्सिको (2,678) के बाद, भारत निर्वासित लोगों की संख्या में दूसरे स्थान पर है। निर्वासन की प्रक्रिया में लंबित मामलों में भी भारतीय सबसे आगे हैं, जिनकी संख्या 6,837 है, इसके बाद मेक्सिको (5,170) और अमेरिका (1,734) के नागरिक हैं। कुल 30,733 मामलों में से 27,103 शरणार्थी दावेदार हैं, जिसमें भारतीयों की हिस्सेदारी सबसे अधिक है।


पीएम कार्नी का ध्यान: आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई

पीएम कार्नी का फोकस: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने हाल ही में टोरंटो में एक कार्यक्रम में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार विदेशी अपराधियों के निर्वासन पर जोर देगी। उन्होंने कहा, "हां, हम प्रक्रिया को तेज करेंगे, बेहतर संसाधन उपलब्ध कराएंगे और ट्रैकिंग में सुधार करेंगे।" यह बयान शरणार्थियों और अस्थायी निवास परमिट धारकों से संबंधित था। कार्नी ने इसे आप्रवासन प्रणाली में व्यापक सुधारों का हिस्सा बताया। बढ़ते एंटी-इमिग्रेशन मूड के बीच यह कदम महत्वपूर्ण है।


पील रीजनल पुलिस का मामला: मेल चोरी का बड़ा रैकेट

पील रीजनल मामला: 10 अक्टूबर को पील रीजनल पुलिस (PRP) ने पहली बार घोषणा की कि वह क्राउन अटॉर्नी कार्यालय और सीबीएसए के साथ मिलकर आरोपी विदेशी नागरिकों के निर्वासन पर विचार कर रही है। यह मामला मिसिसॉगा और ब्रैम्पटन में 450 मेल चोरी के मामलों से संबंधित है, जिसकी कुल कीमत 4 लाख कैनेडियन डॉलर से अधिक है। गिरफ्तार किए गए आठ पुरुषों पर कुल 344 आरोप हैं, जिनमें सुमनप्रीत सिंह, गुरदीप चट्ठा, जशंदीप जट्टाना, हरमन सिंह, जसनप्रीत सिंह, मनरूप सिंह, रजबीर सिंह और उपिंदरजीत सिंह शामिल हैं।