करूर रैली में भगदड़: विजय का भावुक संदेश और राजनीतिक आरोप
करूर में रैली के दौरान हुई भगदड़
करूर रैली में भगदड़: पार्टी की रैली के दौरान हुई इस दुखद घटना ने न केवल तमिल राजनीति को झकझोर दिया है, बल्कि विजय की राजनीतिक स्थिति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हादसे में 41 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। घटना के बाद विजय ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही, उन्होंने विपक्षी नेताओं और विशेष रूप से स्टालिन सरकार पर भी आरोप लगाए।
विजय का भावुक संदेश
विजय ने अपने संदेश की शुरुआत करते हुए कहा, 'मैंने अपने जीवन में इतनी पीड़ा भरी स्थिति पहले कभी नहीं देखी। मेरा दिल टूट गया है। लोग केवल मुझे देखने आए थे और उनके साथ ऐसा हुआ।' उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने पुलिस से सुरक्षित स्थान चुनने का आग्रह किया था और लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी थी। विजय ने सवाल उठाया कि पांच जिलों में रैली होने के बावजूद यह हादसा केवल करूर में ही क्यों हुआ।
समर्थकों के लिए विजय का समर्थन
वीडियो में विजय ने स्पष्ट किया कि न तो उन्होंने और न ही उनके आयोजकों ने कोई गलती की है। उन्होंने कहा, 'मेरे पार्टी के नेताओं और समर्थकों पर एफआईआर दर्ज की जा रही है। मुख्यमंत्री जी, अगर आपको बदला लेना है तो मुझसे लीजिए। मेरे कार्यकर्ताओं को मत छूइए। मैं घर या दफ्तर में रहूंगा, जो करना है मुझसे कीजिए।' विजय ने अपने समर्थकों से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी लेने की बात दोहराई और किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की घोषणा की।
राजनीतिक साजिश का संकेत
विजय ने कहा कि यह घटना संयोग नहीं है, बल्कि इसमें राजनीति की गंध है। उन्होंने दावा किया कि करूर की जनता और सोशल मीडिया पर फैली वीडियो क्लिप्स सच्चाई को उजागर कर रही हैं। विजय ने कहा, 'लोग सब कुछ देख रहे हैं। जब मैंने करूर के लोगों को सच्चाई बोलते देखा तो लगा मानो ईश्वर धरती पर उतर आए हों। मुझे पूरा भरोसा है कि सच्चाई जल्द सामने आएगी।' इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दिया है कि विजय सीधे तौर पर स्टालिन सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
प्रशासन की सफाई
इस बीच, राज्य की अतिरिक्त मुख्य सचिव पी. अमुधा ने घटना पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पुलिस ने पहले से ही सुरक्षित स्थान मुहैया कराया था। उन्होंने बताया कि आयोजकों ने 10,000 लोगों के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने 20,000 तक की तैयारी की थी। इसके बावजूद, मौके पर 25,000 से अधिक लोग जुट गए, जिससे स्थिति बिगड़ गई। अमुधा ने मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने का आरोप लगाते हुए इसे दुखद घटना बताया और कहा कि सुरक्षा इंतजामों में कोई कमी नहीं थी।
राजनीतिक यात्रा जारी रहेगी
अपने संदेश के अंत में विजय ने कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा, 'यह हादसा हम सभी के लिए दुखद है, लेकिन हमारी यात्रा और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी।' विजय ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनसे जल्द मिलने का आश्वासन दिया।