कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें: खड़गे का स्पष्ट बयान
कांग्रेस अध्यक्ष का बयान
कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच, पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (30 जून) को स्पष्ट किया कि इस मामले में निर्णय केवल पार्टी के उच्च नेतृत्व के हाथ में हैं। उन्होंने नेताओं को "अनावश्यक जटिलताएँ" उत्पन्न करने से सावधान रहने की सलाह दी।
सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सत्ता का समीकरण
कर्नाटक में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद से यह चर्चा चल रही है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच 2.5-2.5 साल के लिए सत्ता साझा करने का समझौता हो सकता है। हालांकि, कांग्रेस ने इस पर न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है। वर्तमान में सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं, जबकि शिवकुमार उनके डिप्टी हैं।
यतिंद्र का दावा: सिद्धारमैया रहेंगे पूरे पांच साल
सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस एमएलसी यतिंद्र सिद्धारमैया ने हाल ही में नेतृत्व परिवर्तन की अफवाहों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनके पिता पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। यतिंद्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "सिद्धारमैया को कांग्रेस हाईकमान और पार्टी के विधायकों का पूरा समर्थन प्राप्त है। सरकार बिना किसी रुकावट के कार्य कर रही है। हाईकमान ने नेतृत्व परिवर्तन के बारे में कोई चर्चा नहीं की है।"
सहकारिता मंत्री का बयान और अटकलें
हाल ही में सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना के बयान ने चर्चाओं को और बढ़ावा दिया। उन्होंने सितंबर में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना का उल्लेख किया और कहा कि कांग्रेस सरकार में "कई सत्ता केंद्र" मौजूद हैं। यतिंद्र ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि राजन्ना के बयान का उद्देश्य केवल वही स्पष्ट कर सकते हैं।
सरकार का ध्यान स्थिरता और विकास पर
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार स्थिरता और विकास के एजेंडे पर काम कर रही है। सिद्धारमैया के नेतृत्व में सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है, जिसे जनता का समर्थन मिल रहा है। नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच, पार्टी का ध्यान एकजुटता बनाए रखने और उच्च नेतृत्व के निर्देशों का पालन करने पर है।