कर्नाटक के छात्रों ने बारिश में किया भरतनाट्यम, हनुमान चालीसा पर अद्भुत प्रस्तुति
भरतनाट्यम और हनुमान चालीसा का अनोखा संगम
भरतनाट्यम पर हनुमान चालीसा: सोशल मीडिया पर कई बार ऐसे वीडियो देखने को मिलते हैं जो दिल को छू लेते हैं और लंबे समय तक याद रहते हैं। हाल ही में एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कर्नाटक के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बारिश में भरतनाट्यम करते हुए हनुमान चालीसा पर शानदार प्रदर्शन किया। इस वीडियो ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और कलाकारों की मेहनत की सराहना की जा रही है।
कर्नाटक के कॉलेज का अद्भुत प्रदर्शन
यह वीडियो कर्नाटक के निट्टे महालिंगा अद्यानथया मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का है। इसमें छात्र बारिश की बौछारों के बीच कॉलेज के गलियारे में भरतनाट्यम का प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, 'बारिश भी हमारी टीम को नहीं रोक सकती।' इस वीडियो को पोस्ट करने वाली छात्रा प्रार्थना राव ने कहा, 'जब इंद्रदेव की योजनाएं हों, तब भी नृत्य नहीं रुकना चाहिए।' इस जज्बे ने वीडियो को और भी खास बना दिया है।
सोशल मीडिया पर मिली सराहना
जैसे ही यह वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा किया गया, इसे 48 लाख से अधिक बार देखा गया। लोगों ने कमेंट्स में छात्रों की तारीफ की और कहा कि बारिश ने प्रस्तुति को और भी खूबसूरत बना दिया। एक यूजर ने लिखा, 'बारिश ने आपके डांस में ग्रेस जोड़ दिया।' वहीं दूसरे ने कहा, 'क्लासिकल डांस बारिश में करना आसान नहीं होता, हर स्टेप में संतुलन चाहिए, लेकिन आपने शानदार प्रदर्शन किया।'
पुरुष डांसर ने खींचा ध्यान
वीडियो में एक खास बात यह रही कि छात्राओं के बीच एक छात्र भी भरतनाट्यम करता दिखाई दिया। इस पर सोशल मीडिया पर कई प्रतिक्रियाएं आईं। किसी ने लिखा, 'क्या मेरी आंखें धोखा दे रही हैं या सच में बीच में एक लड़का है?' वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, 'ओह माय गॉड, एक लड़का भरतनाट्यम कर रहा है।' कई लोगों ने इसे सकारात्मक रूप से लेते हुए कहा कि लड़के क्लासिकल डांस करते दिखें, यह प्रेरणादायक है।
कला और जुनून की मिसाल
कला और जुनून की मिसाल: इस वीडियो ने यह साबित कर दिया है कि जब जुनून हो, तो परिस्थितियां आड़े नहीं आतीं। बारिश जैसी चुनौती भी इन छात्रों के जोश को रोक नहीं पाई। उनका संदेश स्पष्ट है कि कला और समर्पण किसी भी मुश्किल को मात दे सकते हैं। यही वजह है कि यह वीडियो सिर्फ मनोरंजन का स्रोत नहीं, बल्कि प्रेरणा का भी स्रोत बन गया है।