कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप, वोट चोरी के मामले में जानकारी साझा नहीं कर रहा
भाजपा के दबाव में वोट चोरी के आरोपियों को बचाने का आरोप
कांग्रेस पार्टी ने फर्जी वोटिंग के मामले में सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। राहुल गांधी बिहार में भाजपा के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहे हैं, जबकि अन्य कांग्रेसी नेता भी चुनाव आयोग और भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए।
खड़गे ने कहा कि आयोग आवश्यक जानकारी साझा नहीं कर रहा है, जिससे कथित वोट चोरी के आरोपियों को संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि 2023 में अलंद विधानसभा क्षेत्र में फॉर्म-7 के माध्यम से मतदाताओं के नाम गलत तरीके से हटाए गए थे। कांग्रेस ने तब हजारों मतदाताओं के नाम गायब होने का मामला उजागर किया था।
खड़गे के आरोपों का विस्तार
खड़गे ने बताया कि फरवरी 2023 में इस मामले में केस दर्ज किया गया था, जिसमें 5,994 फर्जी फॉर्म-7 का खुलासा हुआ, जो वोटर फ्रॉड का स्पष्ट प्रमाण हैं। इसके बाद कांग्रेस सरकार ने सीआईडी जांच का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव आयोग ने कुछ दस्तावेजों को जांच के लिए साझा किया था, लेकिन अब वह महत्वपूर्ण जानकारी देने से मना कर रहा है। खड़गे ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग किसे बचा रहा है?
राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा
राहुल गांधी ने बिहार में वोट अधिकार यात्रा का आयोजन किया, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। इस यात्रा का उद्देश्य मतदाता सूची में धांधली को उजागर करना और जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। कांग्रेस ने इसे मतदाता के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा आंदोलन बताया है। इस दौरान, कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों और बिहार में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अपने हमले तेज कर दिए हैं। राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोपों को और मजबूत करने के लिए एक न्यूजलेटर भी लॉन्च किया है।