कांवड़ यात्रा 2025: सुरक्षा के कड़े इंतजाम, ATS की तैनाती
कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था
कांवड़ यात्रा 2025: 22 अप्रैल को पहलगांव में हुए आतंकवादी हमले ने सभी को चौंका दिया था। इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 निर्दोष लोगों की हत्या की थी। इसके बाद से सभी धार्मिक यात्राओं में पुलिस ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। जम्मू में अमरनाथ यात्रा, उत्तराखंड में चार धाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा में भी ATS टीम ने मोर्चा संभाला हुआ है। अब कांवड़ यात्रा में भी उत्तराखंड पुलिस अलर्ट हो गई है। 11 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा में ATS की टीमों की तैनाती की जाएगी। उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि कांवड़ यात्रा को शांति से संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। गुरुवार को सभी अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक भी की गई है।
हरिद्वार में स्कूलों की ऑनलाइन पढ़ाई
हरिद्वार में 23 जुलाई तक स्कूलों में होगी ऑनलाइन पढ़ाई
कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार में पुलिस कई सड़कों को बंद और डायवर्ट करती है। इस संदर्भ में जिला मजिस्ट्रेट ने 9 जुलाई को हरिद्वार के स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं। जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में 14 से 23 जुलाई तक छुट्टी रहेगी। इस दौरान सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई होगी।
गैर हिंदूओं के प्रवेश पर रोक की मांग
यात्रा में गैर हिंदूओं के प्रवेश पर रोक की मांग
कांवड़ यात्रा को लेकर साधुओं ने मांग की है कि इस यात्रा में गैर हिंदूओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। इसके साथ ही गैर हिंदू व्यापारियों पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। भारत साधु समाज के संतों ने हरिद्वार में इस मुद्दे पर बैठक की। जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है कि कांवड़ यात्रा एक पवित्र, भावनात्मक और आस्था की यात्रा है। पिछले कुछ वर्षों से इस यात्रा को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
मेला क्षेत्र का विभाजन
कई जोन में बंटा मेला क्षेत्र
पूरे प्रदेश में सावन में सबसे बड़ा मेला हरिद्वार में लगता है। पुलिस के अनुसार, पिछले साल इस मेले में लगभग 4.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। लोगों की सुरक्षा के लिए मेला क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 38 जोन और 134 सेक्टरों में बांटा गया है।