कानपुर में एलीवेटेड रेलवे ट्रैक का निर्माण, जाम से मिलेगी राहत
कानपुर में रेलवे ट्रैक का एलीवेशन
उत्तर प्रदेश समाचार: योगी सरकार उत्तर प्रदेश के सभी शहरों में जाम की समस्या को हल करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। कानपुर में अनवरगंज से मंधना तक 16.25 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड रेलवे ट्रैक बनाने की योजना है, जिसके लिए 1115.65 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य दो साल रखा गया है। इससे 18 रेलवे क्रॉसिंग समाप्त हो जाएंगी और जाम की समस्या में कमी आएगी।
कानपुर में जाम से परेशान लोगों के लिए यह एक सकारात्मक खबर है। अनवरगंज से मंधना तक रेलवे ट्रैक को एलीवेटेड किया जाएगा, जिससे जाम की समस्या में काफी राहत मिलेगी। 18 रेलवे क्रॉसिंग, जो कि कानपुर में जाम का मुख्य कारण थीं, अब हटाई जाएंगी। इस परियोजना पर 1115.65 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसे दो साल में पूरा किया जाएगा।
टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत
रेलवे ने 15 मई को इस परियोजना के लिए टेंडर जारी किया है। कंपनियां 30 जुलाई तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद काम शुरू करेंगी। ट्रैक का निर्माण 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है।
18 रेलवे क्रॉसिंग का समापन
इस एलीवेटेड ट्रैक के निर्माण से कानपुर में 18 रेलवे क्रॉसिंग स्थायी रूप से समाप्त हो जाएंगी। इसके अलावा, मंधना और अनवरगंज में अब दो रेलवे स्टेशन नहीं रहेंगे। यह कानपुर में इतनी बड़ी रेलवे लाइन को ऊपर उठाने की पहली घटना होगी।
उत्तर-दक्षिण को जोड़ने में सहायक
वर्तमान में, अनवरगंज से मंधना तक एक रेलवे ट्रैक है जो शहर को उत्तर और दक्षिण में बांटता है। इससे कई स्थानों पर घंटों जाम लगते हैं। लोग जरीब चौकी, गुमटी नंबर 5 और 9, कोकाकोला चौराहा, आईआईटी, रावतपुर और कल्याणपुर में फंसते हैं। एलीवेटेड ट्रैक बनने से समय की बचत होगी और जाम की समस्या समाप्त होगी। हर दिन हजारों लोग इस मार्ग का उपयोग करते हैं, जिसमें 30 से अधिक ट्रेनें और कई मालगाड़ियां शामिल हैं।
परियोजना के महत्वपूर्ण विवरण
कुल लागत: ₹1115.65 करोड़
ट्रैक की लंबाई: 16.25 किमी
निर्माण का समय: 2 साल
कुल 18 रेलवे क्रॉसिंग समाप्त होंगी
लाभान्वित होंगे: लगभग 500 लाख लोग
सांसद रमेश अवस्थी का बयान
भाजपा सांसद रमेश अवस्थी ने कहा कि सभी तैयारियां पूरी हैं। 30 जुलाई तक टेंडर प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। चयनित कंपनियां इसके बाद काम शुरू करेंगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना लाखों लोगों को सीधे लाभ पहुंचाएगी और कानपुर के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। एलीवेटेड ट्रैक के निर्माण से जाम में कमी आएगी और शहर का ट्रैफिक बेहतर होगा।