कानपुर में शादी के नाम पर 59.50 लाख रुपये की ठगी का मामला
कानपुर में शादी के नाम पर ठगी का सनसनीखेज मामला
कानपुर में एक नर्सिंग ऑफिसर को शादी के बहाने 59.50 लाख रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा है। यह घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई है।
आरोपी ने खुद को सीतापुर का अतिरिक्त जिला जज बताकर इस ठगी को अंजाम दिया। पीड़िता किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में नर्सिंग ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं। उनके पिता ने उनकी शादी के लिए एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई थी, जिसके माध्यम से यह धोखाधड़ी की गई।
झूठे वादे और धोखाधड़ी की कहानी
मैट्रिमोनियल साइट पर अंशुमान विक्रम नामक व्यक्ति ने पीड़िता से संपर्क किया। उसने खुद को सीतापुर का एडीजे बताकर शादी का प्रस्ताव रखा। विश्वास जीतने के लिए उसने झूठा दावा किया कि उसके पिता बीमार हैं और बेंगलुरु में उनका इलाज चल रहा है।
उसने कहा कि पिता के ठीक होने के बाद वह शादी करेगा। बातचीत के दौरान वह बार-बार अपने जज के पद का हवाला देता रहा, जिससे महिला और उसके परिवार का भरोसा बढ़ गया।
ठगी की शुरुआत जुलाई में
महिला ने पुलिस को बताया कि जुलाई में अंशुमान ने नया ड्रामा शुरू किया। उसने कहा कि वह एक करोड़ रुपये की लग्जरी कार खरीदना चाहता है, लेकिन जज होने के कारण वह सीधे भुगतान नहीं कर सकता। उसने पीड़िता को अपने नाम से लोन लेने की सलाह दी। महिला ने अपनी 15 लाख रुपये की बचत और सीमांत अग्रवाल नामक व्यक्ति के खाते में 44.56 लाख रुपये ट्रांसफर किए, जिसे अंशुमान ने लोन प्रक्रिया के लिए भेजा था।
मंदिर में ठगी का खेल
7 सितंबर को अंशुमान ने पीड़िता को 59.50 लाख रुपये लेकर कानपुर के शनिदेव मंदिर बुलाया। वहां उसने पैसे लेकर अपनी कार में रखवाए और फिर महिला को मूवी दिखाने ले गया। मूवी शुरू होने के 20 मिनट बाद उसने तबीयत खराब होने का बहाना बनाया, बाहर निकला और मोबाइल बंद कर फरार हो गया। ठगी का एहसास होने पर महिला ने ग्वालटोली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।