कुरुक्षेत्र में ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाकर सोए यूपी के 5 मजदूरों की मौत
यूपी के सहारनपुर के मजदूरों की दुखद घटना
सहारनपुर के मजदूरों की मौत का मामला
कुरुक्षेत्र में हरियाणा में उत्तर प्रदेश के पांच मजदूरों की मौत की घटना सामने आई है। ये सभी मजदूर एक होटल के कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे। जब वे सुबह तक नहीं उठे, तो होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर देखा, तो सभी मजदूर बेहोश पड़े थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पेंटिंग के काम के लिए आए थे मजदूर
होटल के प्रबंधक उपेंद्र नैन के अनुसार, ये मजदूर सहारनपुर के ठेकेदार नूर के साथ पेंटिंग के काम के लिए कुरुक्षेत्र आए थे। वे सोमवार शाम को पहुंचे और रात का खाना खाने के बाद एक कमरे में सो गए। जब सुबह तक दरवाजा नहीं खुला, तो होटल के कर्मचारी कंवरपाल ने इसकी सूचना दी।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर निकाले शव
जब दरवाजा नहीं खुला, तो होटल प्रबंधक ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने दरवाजे को खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद दरवाजा तोड़ना पड़ा। अंदर जाकर देखा गया कि पांचों मजदूर बेहोश पड़े थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
अंगीठी में जलाए गए कोयले से दम घुटने का संदेह
प्रबंधक के अनुसार, कमरे में अंगीठी नुमा तसले में कोयले जलाए गए थे। प्रारंभिक जांच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी कोयले के धुएं के कारण मजदूरों की मौत हुई। मृतकों में ठेकेदार नूर भी शामिल हैं। दो मजदूरों की पहचान राजकुमार और रोशन के रूप में हुई है, जबकि अन्य दो की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
कमरे में शराब की बोतलें मिलीं
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि मजदूरों ने शराब का सेवन किया था। कमरे में तीन शराब की बोतलें मिली हैं। इसके अलावा, होटल के कर्मचारियों ने बताया कि मजदूरों ने कुछ खाना होटल से लिया था और कुछ बाहर से मंगवाया था। कमरे में मैगी के पैकेट भी पाए गए।
पेंटिंग का ठेका सहारनपुर के ठेकेदार को दिया गया था
होटल स्टर्लिंग कुरुक्षेत्र के मालिक आनंद बजाज हैं। प्रबंधक उपेंद्र नैन ने बताया कि होटल के पीछे 10-12 नए कमरे बनाए जा रहे हैं, जो होटल स्टाफ के लिए हैं। इन कमरों के पेंटिंग का ठेका सहारनपुर के ठेकेदार नूर को दिया गया था, जो चारों मजदूरों को लेकर आए थे।