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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगी चोट, फिर भी जारी रखा कार्यक्रम

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 27 जून को अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मामूली रूप से घायल हो गए। ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन के समय बैरिकेडिंग पार करते समय उनकी उंगली में लकड़ी की फांस चुभ गई। हालांकि, उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेना जारी रखा और तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त की। इलाज के बाद, उन्होंने बिना किसी देरी के अपनी गतिविधियों को पूरा किया। इस अवसर पर, उन्होंने ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो ग्वालियर और बेंगलुरु के बीच पहली सीधी रेल सेवा है।
 

ज्योतिरादित्य सिंधिया की चोट की घटना

Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 27 जून को मध्य प्रदेश के अशोकनगर रेलवे स्टेशन पर जनसंपर्क के दौरान हल्की चोटिल हो गए। ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन के बाद, जब वे बैरिकेडिंग को पार कर जनता से मिल रहे थे, तभी उनकी उंगली में लकड़ी की फांस चुभ गई।


चोट के बावजूद कार्यक्रम में भागीदारी

चोट लगने के बाद भी सिंधिया ने कार्यक्रम में भाग लेना जारी रखा। मंच पर लौटते समय उन्हें उंगली को दबाते हुए देखा गया, जिससे उनके दर्द का अंदाजा लगाया जा सका। उनकी स्थिति को देखकर मंच पर मौजूद जनप्रतिनिधियों ने तुरंत मेडिकल टीम को सूचित किया।


मेडिकल टीम का त्वरित इलाज

सिंधिया की तकलीफ को देखते हुए उनके साथ आए जनप्रतिनिधियों ने काफिले में मौजूद मेडिकल टीम को सूचना दी। तुरंत एक डॉक्टर मंच पर पहुंचे और प्राथमिक जांच की। जब यह स्पष्ट हुआ कि फांस गहरी है, तो एक विशेषज्ञ डॉक्टर को बुलाया गया, जो छोटे ऑपरेशन में निपुण थे। लगभग 15 मिनट तक मंच पर ही उनका इलाज किया गया।


कार्यक्रम का पुनः आरंभ

तेजी से इलाज के बाद, सिंधिया ने बिना किसी देरी के फिर से मंच संभाल लिया और अपनी आगे की गतिविधियों को पूरा किया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि चोट मामूली थी और सिंधिया पूरी तरह से स्वस्थ हैं।


ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस का उद्घाटन

इस अवसर पर, सिंधिया ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन से ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन ग्वालियर और बेंगलुरु के बीच पहली सीधी रेल सेवा है, जिसे एक ऐतिहासिक उपहार बताया गया।


ग्वालियर और बेंगलुरु के बीच सीधी कड़ी

सिंधिया ने इस विकास को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह पहली बार है जब ग्वालियर सीधे बेंगलुरु से जुड़ा है। पहले यात्रियों को कोटा, बीना या भोपाल से होकर जाना पड़ता था, जिससे 6-8 घंटे अतिरिक्त लगते थे। अब इस नई सीधी सेवा के जरिए यात्रा का समय घटकर केवल 30 घंटे रह गया है, और शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना, विदिशा व भोपाल जैसे शहरों को भी लाभ मिलेगा।


रेल और वायु संपर्क में प्रगति

सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में ग्वालियर में हो रहे विकास की सराहना की। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्वालियर से कई नई रेल सेवाएं शुरू हुई हैं।


ग्वालियर के विकास में नया अध्याय

ग्वालियर-बेंगलुरु एक्सप्रेस की शुरुआत क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो रही है। रेल और वायु दोनों माध्यमों से संपर्क में हो रहे विस्तार से ग्वालियर देश के परिवहन मानचित्र पर एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।