केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना: सात श्रद्धालुओं की जान गई
दुर्घटना का विवरण
देहरादून। रविवार की सुबह केदारनाथ धाम के निकट एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सात श्रद्धालुओं की जान चली गई। यह हादसा गौरीकुंड में सुबह लगभग साढ़े पांच बजे हुआ। इस दुर्घटना में पायलट समेत सभी यात्रियों की मृत्यु हो गई, जिनमें एक दो साल का बच्चा भी शामिल था। जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को केदारनाथ मंदिर से गौरीकुंड ले जा रहा था। यह पिछले 40 दिनों में हुई पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है।
जांच और सुरक्षा उपाय
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि घाटी में बादल थे और दृश्यता खराब थी, फिर भी हेलीकॉप्टर उड़ान भरी गई। यह हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन कंपनी का था। हादसे के बाद चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हेलीकॉप्टर संचालन के लिए सख्त नियम बनाए जाएंगे, जिसमें तकनीकी स्थिति की जांच और उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य होगा।
हादसे के बाद की स्थिति
हेलीकॉप्टर में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के दो-दो तथा उत्तराखंड और गुजरात के एक-एक यात्री थे। पायलट राजवीर सिंह चौहान जयपुर, राजस्थान के निवासी थे। हादसे के बाद गौरीकुंड से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की बचाव टीमें भेजी गईं। गढ़वाल रेंज के आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि आग में झुलसने के कारण शवों की पहचान में कठिनाई हो रही है। डीएनए टेस्ट के माध्यम से शवों की पहचान की जाएगी और उसके बाद ही उन्हें परिजनों को सौंपा जाएगा।
अन्य हादसे की जानकारी
हेलीकॉप्टर दुर्घटना के अलावा, केदारनाथ के रास्ते में जंगलचट्टी के पास मलबा और पत्थर गिरने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। इसके बाद सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाले मार्ग पर यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है, जिनमें वे श्रद्धालु भी शामिल हैं जो सड़क क्षतिग्रस्त होने से पहले केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो चुके थे।