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केदारनाथ यात्रा में भूस्खलन से आई बाधा: SDRF ने बचाई 100 श्रद्धालुओं की जान

उत्तराखंड की केदारनाथ यात्रा एक बार फिर भूस्खलन के कारण बाधित हो गई है। सोनप्रयाग के पास हुई इस घटना में SDRF ने तत्परता से 100 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। मौसम विभाग ने पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे प्रशासन और सरकार हाई अलर्ट पर हैं। जानें इस घटना के बारे में विस्तार से और SDRF के बचाव कार्यों के बारे में।
 

केदारनाथ यात्रा में बाधा

Kedarnath Yatra: उत्तराखंड की प्रसिद्ध केदारनाथ यात्रा एक बार फिर बाधित हो गई है। सोनप्रयाग के निकट भूस्खलन के कारण गौरीकुंड से आगे की यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालुओं का एक बड़ा समूह यात्रा पर था। SDRF ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और लगभग 100 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।


मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने देहरादून, चंपावत, नैनीताल और अन्य पहाड़ी जिलों में 31 जुलाई तक भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से नदियों और संवेदनशील क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।


SDRF का बचाव अभियान

SDRF ने 100 तीर्थयात्रियों को बचाया

घटना की सूचना मिलते ही SDRF की टीम, उप निरीक्षक आशीष डिमरी के नेतृत्व में, मौके पर पहुंची और व्यापक बचाव अभियान चलाया। टीम ने फंसे हुए करीब 100 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।


वैकल्पिक मार्ग का निर्माण

वैकल्पिक मार्ग तैयार कर रहा PWD

गौरिकुंड और सोनप्रयाग के बीच रास्ता अवरुद्ध होने के बाद, लोक निर्माण विभाग (PWD) के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर वैकल्पिक मार्ग बनाने में जुट गए हैं। SDRF की टीम राहत कार्यों में सक्रिय बनी हुई है।


रुद्रप्रयाग में भारी तबाही

रुद्रप्रयाग में भारी तबाही, गांव में पानी घुसा

केदारघाटी क्षेत्र के रुमसी गांव में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। गांव के कई घरों में पानी भर गया है और आधा दर्जन से अधिक वाहन मलबे में दब गए हैं। भारी वर्षा के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।


प्रशासन और सरकार हाई अलर्ट पर

प्रशासन और सरकार हाई अलर्ट पर

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन की संभावना है। ऐसे में लोगों को नदियों, नालों और संवेदनशील क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है।