केरल में अजगर का शिकार: दो युवकों की गिरफ्तारी
केरल में अजगर का शिकार
केरल में अजगर का शिकार: कन्नूर जिले के पानापुझा क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां दो स्थानीय युवकों ने एक अजगर को मारकर उसका मांस पकाया और खा लिया। वन विभाग को इस मामले की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है, जिससे आरोपियों को कड़ी सजा मिल सकती है।
यह घटना 11 सितंबर 2025 को सामने आई। आरोपियों के नाम प्रमोद और बिनीश हैं, जो पानापुझा के निवासी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों ने पास के रबर बागान में अजगर को पकड़ा। इसके बाद, प्रमोद के घर पर उन्होंने सांप को मारा और उसके मांस से करी बनाई। जब वे इसे खाने की तैयारी कर रहे थे, तभी वन विभाग की टीम ने छापा मारा। टीम ने सांप के अवशेष और पकाए गए व्यंजन को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई का नेतृत्व थालिपरंबा रेंज अधिकारी सुरेश पी ने किया।
अजगर का शिकार और उसके परिणाम
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अजगर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-1 में शामिल है, जो इसे पूरी तरह से संरक्षित बनाता है। इसका शिकार या सेवन करना पूरी तरह से निषिद्ध है। उल्लंघन करने वालों को 7 साल तक की कैद और भारी जुर्माना हो सकता है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। विभाग ने कहा कि यह घटना स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा है, क्योंकि अजगर चूहों और अन्य छोटे जीवों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है।
वन अधिकारियों की चिंता
केरल में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, लेकिन ऐसी घटनाएं निराशाजनक हैं। अक्सर लोग अज्ञानता या सनक में ऐसे कदम उठाते हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सांपों का मांस खाना स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया या विषाक्त तत्व हो सकते हैं। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संरक्षित जीव को नुकसान न पहुंचाएं और ऐसी घटनाओं की सूचना दें।