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कैथल में राइस मिलों पर छापेमारी: खाद्य विभाग की कार्रवाई

कैथल जिले के ढांड रोड पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राइस मिलों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई का उद्देश्य धान के स्टॉक की जांच करना और अनियमितताओं का पता लगाना था। हाल ही में हरियाणा में राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन का अभियान चल रहा है। जानें इस छापेमारी के दौरान क्या हुआ और प्रशासन का क्या कहना है।
 

कैथल में राइस मिल की छापेमारी


कैथल समाचार: कैथल जिले के ढांड रोड पर स्थित एक राइस मिल में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड और एसडीएम की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान, टीम ने धान के स्टॉक की गहन जांच की। यह छापेमारी प्रशासनिक टीम द्वारा अचानक की गई थी।


हरियाणा में राइस मिलों की जांच का अभियान


इस छापेमारी के तहत, टीम ने राइस मिल में धान के स्टॉक की गिनती और दस्तावेजों का मिलान किया। हाल ही में हरियाणा में राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन का अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत कैथल में भी लगातार जांचें की जा रही हैं। मौके पर मौजूद डीएफएससी निशांत राठी ने बताया कि "प्रदेशभर में राइस मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन की जा रही है।"


स्टॉक की गिनती और दस्तावेजों की जांच


कैथल में स्टॉक की जांच पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है। हर राइस मिल में घंटों तक स्टॉक की गिनती और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य स्टॉक में पारदर्शिता और अनियमितताओं पर नियंत्रण सुनिश्चित करना है। हाल ही में धान मिलों में अनियमितताओं की शिकायतों के बाद, कैथल में चार टीमें गठित की गई थीं। इन टीमों में एसडीएम, राजस्व अधिकारी, खाद्य निरीक्षक और अन्य कर्मी शामिल थे।


असंध ब्लॉक में धान की कमी


इन छापों का मुख्य उद्देश्य राइस मिलों में सरकारी धान के स्टॉक का भौतिक सत्यापन करना और रिकॉर्ड की जांच करना है। हाल ही में असंध ब्लॉक की दो मिलों में लगभग 25,000 क्विंटल धान की कमी पाई गई थी। कैथल के चीका क्षेत्र की मिलों में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं, जहाँ 5.88 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में मामले दर्ज किए गए।