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कोडरमा में मधुमक्खियों के हमले से चार युवाओं की जान खतरे में

झारखंड के कोडरमा में एक वीडियो शूटिंग के दौरान मधुमक्खियों के हमले ने चार युवाओं को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना चंदवारा खंड के चौराही गांव में हुई, जहां एक पेड़ की डाल तोड़ने पर मधुमक्खियों का झुंड भड़क गया। दो युवाओं ने भागकर जान बचाई, लेकिन चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से पहले भी एक किसान मधुमक्खियों के हमले में घायल हुआ था, जो बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया।
 

कोडरमा में मधुमक्खियों का हमला

कोडरमा मधुमक्खी हमला: झारखंड के कोडरमा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक वीडियो बनाने के दौरान मधुमक्खियों के हमले ने चार युवाओं की जान को खतरे में डाल दिया। यह घटना चंदवारा खंड के चौराही गांव में हुई। शुक्रवार की सुबह, कुछ लड़के-लड़कियां जंगल में सोशल मीडिया के लिए रील शूट कर रहे थे, तभी एक पेड़ की डाल तोड़ने पर मधुमक्खियों का झुंड भड़क गया और उन पर हमला कर दिया।


जंगल में रील बनाने वाली छह लोगों की टीम में शामिल युवाओं ने बताया कि जैसे ही एक पेड़ की डाल तोड़ी गई, मधुमक्खियों का झुंड अचानक आक्रामक हो गया। टीम के दो सदस्य भागने में सफल रहे, लेकिन चार अन्य लोग मधुमक्खियों के घेरे में आ गए। मधुमक्खियों ने इन चारों को कई जगह डंक मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने कहा, “पेड़ की डाल तोड़ते समय मधुमक्खियां अचानक भड़क गईं। जिनके पास कैमरा और अन्य सामान था, वे भाग नहीं पाए और जंगल में फंस गए।”


घायलों का उपचार जारी


हमले के बाद चारों युवाओं को तुरंत झुमरी तिलैया के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है। मधुमक्खियों के डंक से उनके शरीर पर कई जगह सूजन और गंभीर दर्द की समस्या सामने आई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से जंगल में सावधानी बरतने की अपील की है।


पिछले हफ्ते भी हुआ था मधुमक्खी का हमला


एक हफ्ते पहले, हाहालद्दी गांव में मधुमक्खियों ने खेत में काम कर रहे एक किसान पर हमला किया। किसान इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। मधुमक्खियों ने उसे कई जगह डंक मारा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिवार वाले किसी तरह उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल पर सही इलाज न करने और समय पर दूसरे स्थान पर रेफर न करने का आरोप लगाया, जबकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मृतक किसान के भाई ने खुद उसे रेफर करने से मना किया था।