×

कोलकाता एयरपोर्ट पर बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी: पासपोर्ट रैकेट का खुलासा

कोलकाता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जो भारतीय पासपोर्ट के जरिए जर्मनी जाने की योजना बना रहा था। उसकी असली पहचान बिभास रॉय है, जो अवैध रूप से भारत में रह रहा था। इमिग्रेशन जांच में उसकी नागरिकता का खुलासा हुआ। यह गिरफ्तारी एक बड़े पासपोर्ट रैकेट की जांच के दौरान हुई है, जिसमें सैकड़ों बांग्लादेशियों को अवैध रूप से भारतीय नागरिकता के दस्तावेज़ दिए गए। मुख्य आरोपी आज़ाद मुल्लिक की गिरफ्तारी के बाद कई संदिग्ध दस्तावेज़ और चैट भी मिले हैं।
 

कोलकाता एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी

Kolkata Airport : कोलकाता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया, जब वह भारतीय पासपोर्ट के माध्यम से दुबई होते हुए जर्मनी जाने की कोशिश कर रहा था। उसकी असली पहचान बिभास रॉय के रूप में हुई, जो चिटगांव, बांग्लादेश का निवासी है। जानकारी के अनुसार, वह भारत में अवैध रूप से रह रहा था, क्योंकि उसकी वीजा अवधि समाप्त हो चुकी थी। उसने सूमिक बडुआ नाम से एक भारतीय पासपोर्ट भी बनवाया था।


इमिग्रेशन जांच में खुलासा
जब वह दुबई की उड़ान के लिए इमिग्रेशन जांच से गुजर रहा था, तो अधिकारियों को उस पर संदेह हुआ। उसकी जांच के दौरान उसके बैग से एक समाप्त बांग्लादेशी पासपोर्ट मिला, जिससे उसकी असली नागरिकता का पता चला। इसके बाद इमिग्रेशन विभाग ने तुरंत हवाई अड्डा पुलिस को सूचित किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।


पासपोर्ट रैकेट से संबंध
यह गिरफ्तारी उस समय हुई है जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राज्य पुलिस एक बड़े पासपोर्ट रैकेट की जांच कर रहे हैं। इस रैकेट के माध्यम से सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारतीय नागरिकता के दस्तावेज़ प्रदान किए गए हैं।


मुख्य साजिशकर्ता की पहचान और गिरफ्तारी
इस मामले के मुख्य आरोपी आज़ाद मुल्लिक उर्फ़ अहमद हुसैन को अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। उसने 2019 में भारत में प्रवेश किया और फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेज़ बनवाकर खुद और लगभग 200 बांग्लादेशियों के लिए भारतीय पासपोर्ट बनवाए। इन पासपोर्ट का उपयोग कर वे विदेश यात्रा कर सके।


जांच में सामने आई बड़ी साजिश
ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि आज़ाद के पास से 20,000 से अधिक दस्तावेज़ और पाकिस्तानी नागरिकों के साथ संदिग्ध व्हाट्सएप चैट मिले हैं। एजेंसी ने अदालत में बताया कि आज़ाद एक पाकिस्तानी जासूस या आतंकवादी भी हो सकता है।