कोलकाता में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित, 9 लोगों की मौत
कोलकाता में बारिश का कहर
सोमवार की रात से शुरू हुई भारी बारिश ने मंगलवार सुबह तक कोलकाता को बुरी तरह प्रभावित किया। केवल तीन घंटे में 185 मिमी बारिश ने शहर की पुरानी जल निकासी व्यवस्था की असलियत उजागर कर दी।
अलिपुर में 24 घंटे में 247.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस बारिश के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए, स्कूल और कॉलेज बंद करने पड़े, और त्यौहार की तैयारियों पर भी असर पड़ा।
मौत और तबाही का मंजर
मौत और तबाही की तस्वीर
बारिश के दौरान विभिन्न स्थानों पर हुए हादसों ने भयावह स्थिति पैदा कर दी। जलभराव वाले क्षेत्रों में करंट लगने से 5 लोगों की जान चली गई, जबकि अन्य घटनाओं में कुल 9 लोगों की मृत्यु हुई। सड़कें नदियों जैसी दिखने लगीं और कई आवासीय क्षेत्रों तथा दुकानों के निचले हिस्सों में पानी भर गया। कई परिवारों को ग्राउंड फ्लोर छोड़कर ऊपरी मंजिलों पर शरण लेनी पड़ी।
यातायात व्यवस्था में बाधा
यातायात पूरी तरह अस्त-व्यस्त
बारिश के कारण ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई। कोलकाता एयरपोर्ट का रनवे जलमग्न हो गया, जिसके चलते 30 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और 50 से अधिक प्रभावित हुईं। मेट्रो सेवा शाहिद खुदीराम से मैदान तक रोक दी गई, और ट्रेनों का संचालन भी बाधित रहा। प्रमुख मार्गों पर जलभराव के कारण यात्री घंटों तक जाम में फंसे रहे।
त्योहार की तैयारियों पर असर
त्योहार की तैयारियों पर ग्रहण
दुर्गा पूजा से पहले आई इस बारिश ने पंडालों और बाजारों की तैयारियों को रोक दिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। कई पंडालों में पानी भर गया, जिससे आयोजक चिंतित हैं। विश्वविद्यालय परीक्षाएं टाल दी गईं और सभी शैक्षणिक संस्थानों को 24-25 सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया।
भविष्यवाणी: बारिश का सिलसिला जारी
बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण दक्षिण बंगाल में और बारिश होने की संभावना है। दक्षिण और पूर्वी कोलकाता के क्षेत्रों जैसे गरिया, जोधपुर पार्क, कालीघाट और टॉपसिया में अब तक सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। कुछ स्थानों पर 300 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जिससे जनजीवन सामान्य होने में समय लगेगा।