क्या Donald Trump ने Harvard की फंडिंग रोकी? जानें सचाई
ट्रंप परिवार की सफाई
अमेरिका में राजनीतिक और शैक्षणिक हलकों में हलचल तब मची जब यह खबर वायरल हुई कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग इसलिए रोक दी क्योंकि उनके बेटे बैरोन ट्रंप को वहां दाखिला नहीं मिला। इस पर ट्रंप परिवार ने स्पष्टीकरण दिया है।
बैरोन ट्रंप का हार्वर्ड में आवेदन नहीं
फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप के प्रवक्ता निकोलस क्लेमेन्स ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बैरोन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कभी आवेदन नहीं किया। उन्होंने स्पष्ट किया, "बैरोन ने हार्वर्ड में दाखिले के लिए आवेदन नहीं किया था। यह दावा पूरी तरह गलत और भ्रामक है।"
सोशल मीडिया पर फैली गलत जानकारी
पिछले कुछ हफ्तों से सोशल मीडिया पर यह चर्चा थी कि ट्रंप ने अपने बेटे के एडमिशन न मिलने के कारण हार्वर्ड की फंडिंग रोक दी है। कई पोस्ट्स में यह भी कहा गया कि हार्वर्ड ने जानबूझकर ट्रंप के बेटे को अस्वीकार किया। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है।
बैरोन ट्रंप की पढ़ाई
प्रवक्ता क्लेमेन्स के अनुसार, ट्रंप दंपति का 19 वर्षीय बेटा बैरोन फिलहाल न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी (NYU) के बिजनेस स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी उनके संभावित कॉलेज विकल्पों में भी नहीं थी।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर रोक
यह बयान उस समय आया है जब ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड और अन्य संस्थानों में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाने की कोशिश की थी। हालांकि, एक संघीय अदालत ने इस आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी है और कानूनी प्रक्रिया अभी जारी है।
फंडिंग रोकने का नीति आधारित निर्णय
व्हाइट हाउस ने कहा कि हार्वर्ड की फंडिंग रोकने का निर्णय व्यक्तिगत कारणों से नहीं, बल्कि शिक्षा नीति और संघीय बजट प्रबंधन के तहत लिया गया है। इस कदम की अमेरिका और वैश्विक शिक्षाविदों ने आलोचना की है, यह कहते हुए कि हार्वर्ड जैसे प्रमुख संस्थान को फंडिंग से वंचित करना उच्च शिक्षा के लिए हानिकारक है।