क्या उर्वशी रौतेला का नाम 1xBet विवाद में आया? जानें पूरी कहानी
ईडी की जांच में तेजी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच को और तेज कर दिया है। इस सिलसिले में, ईडी ने बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को पूछताछ के लिए समन भेजा है। उन्हें 16 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया है। ईडी का मानना है कि उर्वशी का नाम इस प्लेटफॉर्म के प्रचार से जुड़ा हुआ है, और उनसे इस संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जाएगी.
मिमी चक्रवर्ती को भी बुलाया गया
उर्वशी रौतेला से पहले, तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती को भी इसी मामले में 15 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, मिमी से यह जानने की कोशिश की जाएगी कि क्या उन्होंने इस ऐप से संबंधित किसी प्रचार गतिविधि में भाग लिया था और क्या इसके बदले उन्हें कोई आर्थिक लाभ प्राप्त हुआ था।
पूर्व क्रिकेटरों से भी पूछताछ
ईडी ने पहले ही कई हाई-प्रोफाइल हस्तियों से पूछताछ की है, जिनमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना और वर्तमान क्रिकेटर शिखर धवन शामिल हैं। शिखर धवन से ईडी ने लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की थी। जांच एजेंसी को संदेह है कि उन्होंने 1xBet के कुछ विज्ञापनों में भाग लिया था, जिससे यह प्लेटफॉर्म भारत में लोकप्रिय हुआ। ईडी यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इन प्रचार अभियानों के माध्यम से अवैध धन को सफेद करने का प्रयास किया गया था।
1xBet पर शिकंजा क्यों?
1xBet एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो भारत में बिना वैध अनुमति के कार्यरत था। ईडी को आशंका है कि इस ऐप के माध्यम से बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेन-देन हुआ है। भारत में सट्टेबाजी गतिविधियों को अवैध माना जाता है, और इससे जुड़े किसी भी वित्तीय लेन-देन को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत अपराध माना जाता है। ईडी की जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि इस प्लेटफॉर्म से जुड़े सेलेब्रिटीज़ को दिए गए भुगतान का स्रोत क्या था और क्या ये भुगतान वैध थे।
केंद्र सरकार का सख्त रुख
हाल ही में, केंद्र सरकार ने वास्तविक धन पर आधारित ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों के तहत, ऐसे सभी प्लेटफॉर्म जो सट्टेबाजी या जुए से जुड़े हैं, उन्हें भारत में प्रतिबंधित किया गया है। सरकार का कहना है कि ऐसे प्लेटफॉर्म युवाओं को जुए और सट्टेबाजी की लत में धकेलते हैं, जिससे सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।