क्या जापान में आए भूकंप और सुनामी की भविष्यवाणी सच हो रही है?
जापान में भूकंप का भयानक झटका
Japan Tsunami: रूस के कामचटका क्षेत्र में बुधवार सुबह एक शक्तिशाली भूकंप ने धरती को हिला दिया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई, जो हाल के वर्षों में सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक है। इस भूकंप के बाद जापान और अमेरिका जैसे देशों में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है, जिससे वैश्विक स्तर पर चिंता का माहौल बन गया है।
भूकंप के बाद सुनामी का खतरा
कामचटका प्रायद्वीप में आए इस समुद्री भूकंप की गहराई लगभग 19.3 किलोमीटर थी, जिससे समुद्र में हलचल मच गई। इसके परिणामस्वरूप जापान, अमेरिका और रूस के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी अलर्ट जारी किया गया।
जापान के तटों पर सुनामी की लहरें
जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, भूकंप के बाद जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो में सुनामी की पहली लहर देखी गई, जिसकी ऊंचाई लगभग 30 सेंटीमीटर थी। नेमुरो तट पर ये लहरें पहुंच चुकी हैं और लोगों को समुद्र से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि "सुनामी बार-बार आ सकती है, इसलिए अगले आदेश तक कोई भी समुद्र या नदी किनारे न जाए।"
परमाणु ठिकानों की सुरक्षा पर खतरा
भूकंप का केंद्र अमेरिका और रूस के परमाणु ठिकानों के निकट बताया जा रहा है, जिससे खतरे की आशंका बढ़ गई है। जापान में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को एहतियात के तौर पर खाली कराया गया है ताकि किसी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।
भारत पर भी प्रभाव की संभावना
विशेषज्ञों का मानना है कि जापान और रूस में सुनामी के कारण भारत के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर भी इसका असर पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही इस क्षेत्र में भी भूकंप की घटना हुई थी, जिससे चिंताएं और बढ़ गई हैं।
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी फिर से चर्चा में
भूकंप और सुनामी की घटनाओं के बीच बुल्गारिया की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की भविष्यवाणी फिर से चर्चा का विषय बन गई है। उन्होंने 2025-2026 के बीच धरती में भूकंप और भीषण बाढ़ की चेतावनी दी थी। उनके अनुसार, प्राकृतिक आपदाएं बढ़ेंगी और विनाश की शुरुआत होगी।
वेंगा ने न केवल भूकंप की भविष्यवाणी की थी, बल्कि यूरोप में एक बड़े सैन्य संघर्ष की भी चेतावनी दी थी। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उनकी कही बातें अब कई लोगों को सच लगने लगी हैं।