क्या पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ भारत का अगला कदम होगा ऑपरेशन सिंदूर का विस्तार?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान ने आतंकवादी गतिविधियों को फिर से बढ़ाया, तो भारत ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे या तीसरे चरण को शुरू कर सकता है। मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) बिना किसी युद्ध के भारत का हिस्सा बन जाएगा।
आतंकवादियों की संख्या का खुलासा न करना
सिंह ने यह भी बताया कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या का खुलासा नहीं किया, क्योंकि इससे लोगों में खुशी का एक अलग उत्साह उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का हमला केवल आतंकवादियों के कार्यों के खिलाफ था, न कि किसी विशेष धर्म के खिलाफ।
पहलगाम नरसंहार के बाद की रणनीति
पहलगाम नरसंहार के बाद की तैयारी
रक्षा मंत्री ने बताया कि पहलगाम नरसंहार के अगले दिन उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा सचिव, तीनों सेना प्रमुख, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। जब उन्होंने सेवा प्रमुखों से पूछा कि क्या वे किसी भी सरकारी निर्णय पर कार्रवाई के लिए तैयार हैं, तो सभी ने तुरंत हाँ में जवाब दिया।
प्रधानमंत्री मोदी की स्वीकृति और सेना की कार्रवाई
PM मोदी की मंजूरी और भारतीय सेना की कार्रवाई
राजनाथ सिंह ने बताया कि अगले दिन उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई, जिसमें पीएम ने स्थिति का मूल्यांकन कर भारतीय सेना को कार्रवाई की अनुमति दी। "हम सभी जानते हैं कि इसके बाद क्या हुआ," सिंह ने कहा। उन्होंने बताया कि भारतीय बलों ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर की दूरी तक आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया।
जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य का बयान
रक्षा मंत्री ने खुलासा किया कि आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक वरिष्ठ सदस्य ने माना कि मसूद अजहर के परिवार को भारत के हमले में समाप्त कर दिया गया।
भारत की कार्रवाई का अंतर
राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि आतंकवादी हमलों और भारत की जवाबी कार्रवाई के बीच मुख्य अंतर यह है कि भारत ने किसी धर्म के आधार पर किसी को निशाना नहीं बनाया, बल्कि केवल उनके कृत्यों के लिए कार्रवाई की।