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क्या फिर से खतरे में है मुंबई? रायगढ़ तट पर संदिग्ध पाकिस्तानी नाव का मामला

रायगढ़ जिले के रेवदांडा तट पर एक संदिग्ध नाव देखी गई है, जिसे पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव माना जा रहा है। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है, खासकर जब यह क्षेत्र 26/11 के हमलों से जुड़ा है। अधिकारियों ने तटीय सुरक्षा को कड़ा कर दिया है और स्थानीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। जानें इस मामले में क्या हो रहा है और सुरक्षा एजेंसियां किस प्रकार की कार्रवाई कर रही हैं।
 

रायगढ़ तट पर संदिग्ध नाव की पहचान

रविवार रात को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के रेवदांडा तट के निकट एक संदिग्ध नाव देखी गई, जिसे संभावित रूप से एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव माना जा रहा है। इस घटना के बाद, पुलिस और समुद्री सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन और जांच को तेज कर दिया है। यह घटना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गई है, खासकर जब यह क्षेत्र 26/11 के मुंबई हमलों की यादों से जुड़ा हुआ है।


कोर्लई तट से दो समुद्री मील दूर देखी गई नाव

एक अधिकारी के अनुसार, रविवार रात को नौसेना के रडार पर यह नाव कोर्लई तट से लगभग दो नॉटिकल मील की दूरी पर देखी गई। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, यह एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव हो सकती है, लेकिन इसकी सही पहचान तब ही हो सकेगी जब इसे पकड़ लिया जाएगा।


नाव के तट पर पहुंचने की संभावना

अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि नाव समुद्र में बहकर रायगढ़ तट तक पहुंच गई हो। नाव के देखे जाने के तुरंत बाद, तटीय सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया। रायगढ़ पुलिस, बम निरोधक दस्ता (BDDS), क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) और भारतीय नौसेना तथा कोस्ट गार्ड के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रात में ही तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि, खराब मौसम के कारण ऑपरेशन में बाधा आई।


सुरक्षा बलों की तैनाती

रायगढ़ की एसपी अंचल दलाल ने खुद तट पर जाकर स्थिति की निगरानी की। उन्होंने नाव तक पहुंचने के लिए एक बार्ज का उपयोग करने की कोशिश की, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें लौटना पड़ा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और पूरे रायगढ़ जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थानीय नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने के लिए कहा गया है।


सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता

यह ध्यान देने योग्य है कि नवंबर 2008 में 10 आतंकवादी एक पाकिस्तानी नाव के माध्यम से मुंबई के तट पर पहुंचे थे और तीन दिन तक आतंक फैलाया था, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी। उस घटना की याद में, सुरक्षा एजेंसियां अब किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर चूक नहीं करना चाहतीं।